डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय-कभी देश के लिए सीमा पर जान न्योछावर करने वाले एक फौजी आज अपने पड़ोसी की करतूत से बुरी तरह परेशान है। इतना ही नहीं जब वह न्याय के लिए थाने जाते हैं तो थाने में कहा जाता है की या तो आप अपना सर फोड़ कर या फिर विरोधी का सर फोड़ दीजिए तभी पुलिस कुछ कर पाएगी। पूरा मामला साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के दरौना गांव की है । अब रिटायर्ड फौजी प्रफुल्ल चंद्र सत्यार्थी 4 साल से न्याय के लिए प्रशासन का दरवाजा खटखटा रहे हैं । लेकिन आरोप लगाया जा रहा है कि उन्हें कोई न्याय नहीं मिल रहा ।

क्या है पूरा मामला एक रिपोर्ट
दरअसल पूरा मामला साहेब पुर कमाल थाना क्षेत्र की है जहां दरौना निवासी रिटायर्ड कैप्टन प्रफुल्ल चंद्र सत्यार्थी अपने पड़ोसी की हरकतों से बुरी तरह परेशान हो गए हैं । रिटायर्ड कैप्टन ने आरोप लगाया है कि उनके दीवाल के बगल में पड़ोसियों के द्वारा कचरा जमा कर दिया जाता है जिससे आ रही बदबू के कारण वह लंबे समय से ठीक से सो भी नहीं पाए हैं। इतना ही नहीं इस बात की शिकायत करने पर पड़ोसी के यहां जाते हैं तो पड़ोसी के द्वारा मारपीट की जाती है एवं गंदी-गंदी गालियां दी जाती है।
हाल के दिनों में भी जब रिटायर्ड कैप्टन ने पड़ोसी से इस बात की शिकायत की तो उनके पड़ोसी के द्वारा रिटायर्ड कैप्टन से भी मारपीट की गई तथा उनकी पत्नी के साथ भी अभद्र व्यवहार किया गया। गौरतलब है कि रिटायर्ड कैप्टन प्रफुल्ल चंद्र सत्यार्थी कारगिल युद्ध में भी शामिल थे एवं उनकी वीरता के लिए उन्हें कई पदक भी मिले थे। रिटायर्ड होने के बाद वह सुकून की जिंदगी जीने के लिए गांव में ही आ गए।
लेकिन अब पड़ोसियों के द्वारा उनकी पुश्तैनी घर को भी गिरने की साजिश की जा रही है । रिटायर्ड फौजी ने बरिय पदाधिकारी से न्याय की गुहार लगाई है तथा कहा है कि उन्हें न्याय नहीं मिला तो या तो वह पागल हो जाएंगे या फिर अर्ध विक्षिप्त। इतना ही नहीं रिटायर्ड फौजी ने पड़ोसियों के द्वारा अपनी हत्या की भी आशंका जाहिर की है एवं प्रशासन से सुरक्षा की भी गुहार लगाई है।
डीएनबी भारत डेस्क