घटना नगर थाना क्षेत्र के पावर हाउस चौक की है।
डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय में एक बार फिर पुलिस की बर्बरता का खौफनाक चेहरा सामने आया है। जहां मामूली बात को लेकर पुलिस ने तीन युवक की इतनी बेरहमी से पिटाई की। जिससे कि एक का पैर टूट गया वही दो युवक गंभीर रूप से घायल है जिनका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। घटना नगर थाना क्षेत्र के पावर हाउस चौक की है। आरोप लगाया जा रहा है की बाइक पर ट्रिपल सवारी एवं हेलमेट नहीं रहने की वजह से नगर थाने की पुलिस के द्वारा बर्बरता पूर्ण पिटाई की गई है। दरअसल पूरा मामला नगर थाना क्षेत्र के पावर हाउस चौक की है।
जहां पर आरोप लगाया जा रहा है कि सिर्फ बाइक सवार छात्रों को हेलमेट नहीं रहने की वजह से पुलिस के द्वारा बेरहमी से पिटाई की गई है। पीड़ित की पहचान उत्तर प्रदेश के रहने वाले आदित्य कुमार तथा बिहार के बेगूसराय जिले के नींगा के रहने वाले सनी कुमार एवं इम्तियाज के रूप में की गई है। बताया जा रहा है कि सभी आपस में रिश्तेदार हैं। पीड़ित आदित्य कुमार ने कहा कि उसके पिता उत्तर प्रदेश में अंचलाधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। हाल के दिनों में वह ग्रेजुएशन की परीक्षा देने के लिए बिहार आया था जहां वह अपने रिश्ते में लगने वाली मौसी के घर नींगा में रह रहा था तथा वहीं से वह परीक्षा देने के लिए जाता।
लेकिन इसी बीच उसके मौसेरे भाई सनी कुमार के दादा का निधन हो गया और इस सूचना पर आनन-फानन में सभी युवक वापस मृतक के संस्कार में शामिल होने के लिए घर जा रहा था कि तभी तकरीबन 12:00 बजे रात्रि में नगर थाने की पुलिस ने पावर हाउस चौक के समीप उसे पकड़ लिया एवं पहले हेलमेट नहीं होने की शिकायत की। जब युवकों के द्वारा कहा गया की गलती से और जल्दबाजी की वजह से उन्होंने हेलमेट नहीं लिया है लेकिन गलती की सजा के रूप में वह चालान देने के लिए तैयार हैं। इसी पर पुलिस वालों ने सर्वप्रथम सनी कुमार को पीट-पीटकर उसका पैर तोड़ दिया एवं आदित्य कुमार तथा इम्तियाज को भी गंभीर रूप से घायल कर दिया।
इतना ही नहीं आरोप लगाया जा रहा है कि पुलिस के द्वारा सनी कुमार को घायल अवस्था में ही सड़क किनारे छोड़ दिया गया तथा इम्तियाज एवं आदित्य को हिरासत में लेकर पुलिस वहां से रवाना हो गई। आदित्य कुमार ने बताया कि तकरीबन 1 घंटे पुलिस गाड़ी में घूमाने के बाद पुलिस के द्वारा ऑनलाइन ट्रांजैक्शन से ₹1000 रिश्वत ली गई तब जाकर उन लोगों को छोड़ा गया। उक्त घटना के बाद सभी पीड़ित ने जिला प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। लेकिन जिस तरह की घटना सामने आई है वह कहीं ना कहीं पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रही है।
डीएनबी भारत डेस्क