शिक्षा केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि छात्रों को सृजनात्मकता, नवाचार और जीवन कौशल से जोड़ने की आवश्यकता है – विधायक

DNB BHARAT DESK

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बेगूसराय/बीहट-राजकीय कृत मध्य विद्यालय, बीहट में बसंतकालीन सत्र के दौरान शिक्षकों एवं छात्रों की रचनात्मक क्रियाशीलता और सृजनशीलता को नई दृष्टि देने हेतु एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में “क्रिएटिव विजन” की शुरुआत की गई। इस शृंखलाबद्ध रचनात्मक कार्यक्रम की प्रथम कड़ी का उदघाटन तेघड़ा विधायक रामरतन सिंह, विख्यात रंगकर्मी एवं आकाश गंगा रंग चौपाल एसोसिएशन के सचिव एनएसडियन गणेश गौरव, तथा गणेश दत्त महाविद्यालय के अतिथि प्राध्यापक डॉ कुंदन कुमार के द्वारा किया गया।

शिक्षा केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि छात्रों को सृजनात्मकता, नवाचार और जीवन कौशल से जोड़ने की आवश्यकता है - विधायक 2वहीं तेघड़ा विधायक रामरतन सिंह ने अपने उदघाटन संबोधन में कहा कि शिक्षा केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि छात्रों को सृजनात्मकता, नवाचार और जीवन कौशल से जोड़ने की आवश्यकता है। स्वागत संबोधन के दौरान प्रधानाध्यापक रंजन कुमार ने “क्रिएटिव विजन” की अवधारणा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह पहल राज्य के किसी प्रारंभिक स्तर की पाठशाला के लिए अद्वितीय पहल के रूप में दर्ज किए जाने योग्य है । छात्रों एवं शिक्षकों को नवीन विचारों, शिल्पों, हस्तकौशलों, कलात्मक प्रदर्शों, साहित्यिक प्रस्तुतियों, रंगमंच, विज्ञान एवं अन्य सृजनात्मक गतिविधियों की रचनात्मक प्रस्तुतियों का अवसर मिलना काफी अहम है ।

शिक्षा केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि छात्रों को सृजनात्मकता, नवाचार और जीवन कौशल से जोड़ने की आवश्यकता है - विधायक 3यह उनके अभ्यास को संबल देकर कौशल को निखारने में सहायक होगा। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम शिक्षा को एक व्यापक दृष्टिकोण देगा, जिससे छात्रों में नवाचार और आत्मविश्वास विकसित होगा। वहीं विख्यात कला विशेषज्ञ रंगकर्मी एनएसडियन गणेश गौरव ने कहा कि रंगमंच और रचनात्मक कलाएं छात्रों के व्यक्तित्व निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।गणेश दत्त महाविद्यालय के प्राध्यापक एवं सामाजिक कार्यकर्ता डॉ कुंदन कुमार ने कार्यक्रम की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सृजनात्मकता केवल प्रस्तुति केंद्रित अवधारणा नहीं, बल्कि यह समग्रता में एक मानसिक प्रक्रिया है, जो छात्रों को समस्याओं को नए तरीके से हल करने और जीवन के प्रति एक सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने में सहायक होती है।

शिक्षा केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि छात्रों को सृजनात्मकता, नवाचार और जीवन कौशल से जोड़ने की आवश्यकता है - विधायक 4उन्होंने शिक्षकों को भी प्रेरित करते हुए कहा कि वे इस अवसर का उपयोग छात्रों की अद्वितीय प्रतिभा को निखारने में करें।कार्यक्रम की संयोजक वरिष्ठ स्नातक शिक्षक अनुपमा सिंह ने पूरे आयोजन का प्रभावी संचालन किया तथा उनके मार्गदर्शन में क्रिएटिव विजन की पहली कड़ी में कक्षा आठ की दर्जनाधिक छात्राओं ने कुशन कवर, मैट, सजावटी झालर, टेबल लैंप स्टैंड, मैट, झोला, ठोंगा आदि सहित कई सजावटी और उपयोग लायक हस्तनिर्मित वस्तुओं की प्रदर्शनी लगाई जिसका अवलोकन सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों ने किया ।

तत्पश्चात धन्यवाद ज्ञापन में उन्होंने अतिथियों, शिक्षकों एवं छात्रों के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि “क्रिएटिव विजन” के फर्स्ट सीजन में आगे दो माह तक विद्यालय में बच्चे और शिक्षक क्रमवार रूप से निरंतर रचनात्मक गतिविधियों में भागीदारी देंगे ताकि सीखने के प्रतिफल में ज्ञान के साथ सृजनात्मकता का व्यावहारिक समन्वय स्थापित हो सके। इस अवसर पर विद्यालय के समस्त शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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