डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय में एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग का लापरवाही सामने आई है। जहां स्ट्रेचर नहीं मिलने से परिजनों ने घायल मरीज को अपने गोद में लेकर इधर-उधर भटकने को मजबूर हुआ। यह पूरा मामला सदर अस्पताल की है। जहां लोहिया नगर थाना क्षेत्र के बाधा गांव के रहने वाले एतबारी सोनी अपनी मां को इलाज करने के लिए सदर अस्पताल पहुंचे। जहां सदर अस्पताल में डॉक्टर नहीं मिला। और उसके बाद वह अपने मां को गोद में लेकर इधर-उधर भटकने को मजबूर रहा।
आप तस्वीरों में देख सकते हैं किस तरह से स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है जहां गंभीर रूप से घायल मरीज को अपने परिजनों के द्वारा गोद में उठाकर ले जाने को मजबूर है। इस दौरान एतबारी सोनी ने बताया है कि मां उर्मिला देवी गिर गई थी। जिस पैर फैक्चर हो गया। उन्होंने बताया कि मा को दिखाने के लिए सदर अस्पताल पहुंचे जहां पहले तो काफी देर तक बाहर में डॉक्टर का इंतजार दिखाने के लिए कर रहे थे। उन्होंने बताया काफी देर तक बाहर में रहने के कारण दर्द ज्यादा होने लगा। उन्होंने बताया कि पहले तो कोई भी सदर अस्पताल में व्यवस्था नहीं था।
और थक हार कर अपनी मां को गोद में लेकर इधर-उधर भटकने को मजबूर हुए। फिलहाल जिस तरीके से उन्होंने बताया है कि जब स्ट्रेचर मांगने के लिए गए तो उन्होंने बताया कि खरीदना पड़ेगा। उन्होंने बताया है कि मां को ज्यादा दर्द हो रहा था। जिसके कारण से उसे गोद में लेकर जाने को मजबूर हो गए।बहरहाल जो भी हो जिस तरीके से स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए बिहार सरकार दावा कर रही है. लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है।इससे स्वास्थ्य व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़ा होना लाजमी है।
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