डीएनबी भारत डेस्क
बिहार के गोपालगंज जिले में एक अनोखी घटना सामने आई है। तीन साल से मामी भांजी में अफेयर चल रहा था।जिसे मामी-भांजी प्रेम संबंध के रिश्ते को शादी के पवित्र बंधन में बांध लिया। कुचायकोट के बेलवा गांव की रहने वाली शोभा कुमारी ने अपनी भांजी सुमन कुमारी के साथ तीन वर्षों से चल रहे प्रेम संबंध को विवाह में परिवर्तित कर लिया।

12 अगस्त 2024 को, दोनों ने सासामुसा रेलवे स्टेशन के पास स्थित दुर्गा मंदिर में हिंदू रीति-रिवाजों के साथ विवाह कर लिया। शादी के दौरान, मामी शोभा कुमारी ने लाल जोड़ा पहना, जबकि भांजी सुमन कुमारी ने शर्ट और पैंट पहने हुई थी। दोनों ने एक-दूसरे को वरमाला पहनाई, सुमन ने शोभा की मांग में सिंदूर भरा, और अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए। शादी के बाद, शोभा कुमारी ने कहा कि वे अपनी भांजी सुमन के साथ जीवन भर साथ रहेंगी और यह विवाह उनकी आपसी सहमति से हुआ है।
सुमन ने भी इस संबंध में सहमति जताई और कहा कि उनकी मामी उनका साथ कभी नहीं छोड़ेंगी। इस समलैंगिक विवाह की खबर से स्थानीय समुदाय में मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं । कुछ लोगों ने इसे स्वीकार किया, जबकि अन्य लोगों ने आपत्ति जताई। वर्तमान में, भारत में समलैंगिक विवाह कानूनी रूप से मान्यता प्राप्त नहीं है, जिससे इस विवाह की वैधता पर प्रश्नचिह्न लगा हुआ है।
यह घटना समाज में बदलते रिश्तों और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की ओर इशारा करती है, जो पारंपरिक मान्यताओं को चुनौती देती है। आए दिनों इस तरह की घटना देखने को मिलती है। इस तरह के विवाह से सामाजिक संरचना बिगड़ने का खतरा बनता जा रहा है।
डीएनबी भारत डेस्क