बछवाड़ा के मनोकामना हनुमान मंदिर का पहला स्थापना दिवस अखंड रामायण पाठ के साथ हुआ सम्पन्न

DNB BHARAT DESK

प्रखंड मुख्यालय स्थित मनोकामना हनुमान मंदिर का पहला स्थापना दिवस के मौके पर बुधवार की संध्या से चौबीस घंटे का अखंड रामायण पाठ का आयोजन किया गया। स्थापना दिवस के अवसर पर विधि विधान से पूजा पाठ ज्ञानी ब्राह्मण द्वारा करवाते हुए सुंदर पाठ करवाया गया। सुंदर पाठ समाप्ति के बाद चौबीस घंटे का अखंड रामायण पाठ किया गया। अखंड रामायण का पाठ स्थानीय गोष्ठी मंडली ने सम्पन्न किया। स्थापना दिवस के अवसर पर मंदिर के संस्थापक सदस्य रवींद्र राय, विजय चौधरी, रामनरेश चौधरी ने बताया कि वर्ष 2017 में मंदिर स्थल पर गुलमोहर के वृक्ष पर हनुमान जी के मुख की आकृति को ग्रामीण निरंजन कुंवर ने देखा।

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बछवाड़ा के मनोकामना हनुमान मंदिर का पहला स्थापना दिवस अखंड रामायण पाठ के साथ हुआ सम्पन्न 2 जिसका सत्यापन नारायण यादव, बीरबल महतो, रामनाथ महतो, मन्ना राय ने किया। धीरे धीरे बातें पूरे इलाके में आग की तरह फैल गई। महिला पुरुष उक्त पेड़ में निकली आकृति की पूजा अर्चना करने लगे। जिस स्थल पर गंदगी का अंबार था उस स्थान में मिट्टी डालकर पवित्र बना दिया गया। लोगों के सहयोग से अखंड राम नाम धुन का आयोजन किया गया। कुछ दिनों के बाद उक्त पेड़ के बगल में ईंट छपड़ी डालकर एक प्रतिमा स्थापित किया गया। श्रद्धालु वहां प्रतिदिन विधिवत पूजा पाठ होने लगा।

बछवाड़ा के मनोकामना हनुमान मंदिर का पहला स्थापना दिवस अखंड रामायण पाठ के साथ हुआ सम्पन्न 321 जनवरी 2024 को कुछ लोगों ने वहां पर अच्छी मंदिर निर्माण की योजना बनाए। ठीक 22 जनवरी को जब अयोध्या में रामलाला के मंदिर में प्राणप्रतिष्ठा हो रही थी। इस स्थान पर उनके अनन्य भक्त प्रभु हनुमान जी के मंदिर निर्माण की नींव रखीं गई। कुछ ही दिनों भव्य मंदिर का निर्माण पूरा हो गया। रामनवमी के दिन प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा कर दिया गया। उस दिन से प्रतिमाह रामायण गोष्ठी और पूजा पाठ होने लगा। आने वाले लोगों का कहना है कि यहां हमें मन की शांति प्राप्त होता है और हमारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। रामायण पाठ की समाप्ति पर भूखे गरीब लोगों को भोजन कराया गया। ब्राह्मणों का जेऊनार के बाद भोजन दक्षिणा अर्पण कर यज्ञ की पूर्णाहुति दी गई। अखंड रामायण पाठ में चौबीसों घंटे दर्जनों श्रद्धालुओं ने पाठ का श्रबन किया।

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