बेगूसराय में एक निजी विद्यालय के करीब ढाई सौ बच्चे विद्यालय में ही कैदी बनकर रहने को मजबूर, दबंगों के द्वारा स्कूल का रास्ता कई जगह किया अवरुद्ध

DNB Bharat Desk

मामला शाहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के समस्तीपुर गांव की है ।

डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय में दबंगों की एक बड़ी करतूत सामने आई है जिसकी वजह से एक निजी विद्यालय के तकरीबन ढाई सौ बच्चे विद्यालय में ही कैदी बनाकर रह गए हैं । आलम यह है कि ना तो वह अपने घर जा पा रहे हैं और ना ही उनके परिजनों से उनकी मुलाकात हो रही है। तकरीबन एक सप्ताह से यह सारे बच्चे विद्यालय में ही दयनीय अवस्था में रहने को बिबस है । वही विद्यालय के प्राचार्य के द्वारा पुलिस में शिकायत करने के बावजूद भी अब तक छात्रों की मुक्ति के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए हैं।

Contents
मामला शाहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के समस्तीपुर गांव की है ।डीएनबी भारत डेस्कबेगूसराय में दबंगों की एक बड़ी करतूत सामने आई है जिसकी वजह से एक निजी विद्यालय के तकरीबन ढाई सौ बच्चे विद्यालय में ही कैदी बनाकर रह गए हैं । आलम यह है कि ना तो वह अपने घर जा पा रहे हैं और ना ही उनके परिजनों से उनकी मुलाकात हो रही है। तकरीबन एक सप्ताह से यह सारे बच्चे विद्यालय में ही दयनीय अवस्था में रहने को बिबस है । वही विद्यालय के प्राचार्य के द्वारा पुलिस में शिकायत करने के बावजूद भी अब तक छात्रों की मुक्ति के लिए कोई कदम नहीं उठाए गए हैं।पूरा मामला शाहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के समस्तीपुर गांव की है । क्या है पूरा मामलादरअसल यह पूरा मामला साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के समस्तीपुर गांव की है, जहां एक निजी विद्यालय में तकरीबन 700 बच्चे पढ़ाई करते हैं । जिनमें से ढाई सौ बच्चे स्कूल परिसर में ही रहकर अपनी पढ़ाई करते हैं। हाल के दिनों में गांव के ही कुछ दबंगों के द्वारा स्कूल का रास्ता कई जगह से अवरुद्ध कर दिया गया । तस्वीरों में भी देखा जा सकता है कि किस तरह  बुलडोजर के माध्यम से स्कूल के गेट को जाम किया जा रहा है।साथ ही साथ विद्यालय परिसर तक पहुंचने वाले रास्ते में कई जगह गड्ढे कर दिए गए हैं । जिससे कि आवासीय विद्यालय में रहने वाले छात्र बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। इतना ही नहीं दबंग के द्वारा इस बात का भी ख्याल नहीं रखा गया कि बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी जल नल योजना की पाइप उस तरफ से गई है । गड्ढे करने के दौरान पाइप भी कई जगह से क्षतिग्रस्त हो गया जिससे आम लोगों  के बीच पानी सप्लाई भी बंद हो गई है।वहीं छात्रों के द्वारा अब चिंता व्यक्त की जा रही है कि अगर यह स्थिति रही तो एक तरफ जहां उनकी पढ़ाई बाधित होगी तो वहीं दूसरी ओर आने वाले दिनों में उनके समक्ष खाने पीने की भी समस्या उत्पन्न हो जाएगी। वहींविद्यालय के प्राचार्य सहित विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि गांव के दबंग के द्वारा विद्यालय की पढ़ाई बाधित करने के लिए कई बार ऐसे प्रयास किए गए हैं और रास्ते को अवरुद्ध किया गया है ।पुलिस में शिकायत करने के बावजूद पुलिस के द्वारा गंभीरता नहीं दिखाई जाती है और सिर्फ खाना पूर्ति कर पल्ला झाड़ लिया जाता है। जिससे कि दबंग के हौसले बुलंद हैं और वह लगातार दबंगई करते नजर आ रहे हैं। गांव के सरपंच ने भी विद्यालय प्रबंधन का समर्थन करते हुए बताया कि दबंगों के द्वारा इन लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है ।वही जब बलिया के डीएसपी नेहा कुमारी से इस संबंध में पूछा गया को उन्होंने भी रटा रटाया जवाब देते हुए कहा कि उक्त मामले की जानकारी मिली है पुलिस के द्वारा छानबीन की जा रही है और जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी।लेकिन देखा जाए तो सरकार के द्वारा पंजीकृत विद्यालय में भी जब दबंग की दबंगई सामने आती रहेगी तो ऐसे में कहा जा सकता है कि देश के भविष्य इन बच्चों का क्या होगा और कैसे उनकी पढ़ाई होगी । दबंग के इस करतूत से एक तरफ जहां बच्चे डरे हुए हैं, तो वही देखने वाली बात होगी कि इस मामले में पुलिस अब क्या कार्रवाई करती है।डीएनबी भारत डेस्क

पूरा मामला शाहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के समस्तीपुर गांव की है । क्या है पूरा मामलादरअसल यह पूरा मामला साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के समस्तीपुर गांव की है, जहां एक निजी विद्यालय में तकरीबन 700 बच्चे पढ़ाई करते हैं । जिनमें से ढाई सौ बच्चे स्कूल परिसर में ही रहकर अपनी पढ़ाई करते हैं। हाल के दिनों में गांव के ही कुछ दबंगों के द्वारा स्कूल का रास्ता कई जगह से अवरुद्ध कर दिया गया । तस्वीरों में भी देखा जा सकता है कि किस तरह  बुलडोजर के माध्यम से स्कूल के गेट को जाम किया जा रहा है।

बेगूसराय में एक निजी विद्यालय के करीब ढाई सौ बच्चे विद्यालय में ही कैदी बनकर रहने को मजबूर, दबंगों के द्वारा स्कूल का रास्ता कई जगह किया अवरुद्ध 2साथ ही साथ विद्यालय परिसर तक पहुंचने वाले रास्ते में कई जगह गड्ढे कर दिए गए हैं । जिससे कि आवासीय विद्यालय में रहने वाले छात्र बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। इतना ही नहीं दबंग के द्वारा इस बात का भी ख्याल नहीं रखा गया कि बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी जल नल योजना की पाइप उस तरफ से गई है । गड्ढे करने के दौरान पाइप भी कई जगह से क्षतिग्रस्त हो गया जिससे आम लोगों  के बीच पानी सप्लाई भी बंद हो गई है।

बेगूसराय में एक निजी विद्यालय के करीब ढाई सौ बच्चे विद्यालय में ही कैदी बनकर रहने को मजबूर, दबंगों के द्वारा स्कूल का रास्ता कई जगह किया अवरुद्ध 3वहीं छात्रों के द्वारा अब चिंता व्यक्त की जा रही है कि अगर यह स्थिति रही तो एक तरफ जहां उनकी पढ़ाई बाधित होगी तो वहीं दूसरी ओर आने वाले दिनों में उनके समक्ष खाने पीने की भी समस्या उत्पन्न हो जाएगी। वहींविद्यालय के प्राचार्य सहित विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि गांव के दबंग के द्वारा विद्यालय की पढ़ाई बाधित करने के लिए कई बार ऐसे प्रयास किए गए हैं और रास्ते को अवरुद्ध किया गया है ।

बेगूसराय में एक निजी विद्यालय के करीब ढाई सौ बच्चे विद्यालय में ही कैदी बनकर रहने को मजबूर, दबंगों के द्वारा स्कूल का रास्ता कई जगह किया अवरुद्ध 4पुलिस में शिकायत करने के बावजूद पुलिस के द्वारा गंभीरता नहीं दिखाई जाती है और सिर्फ खाना पूर्ति कर पल्ला झाड़ लिया जाता है। जिससे कि दबंग के हौसले बुलंद हैं और वह लगातार दबंगई करते नजर आ रहे हैं। गांव के सरपंच ने भी विद्यालय प्रबंधन का समर्थन करते हुए बताया कि दबंगों के द्वारा इन लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है ।वही जब बलिया के डीएसपी नेहा कुमारी से इस संबंध में पूछा गया को उन्होंने भी रटा रटाया जवाब देते हुए कहा कि उक्त मामले की जानकारी मिली है पुलिस के द्वारा छानबीन की जा रही है और जो भी दोषी होंगे उन पर कार्रवाई की जाएगी।

लेकिन देखा जाए तो सरकार के द्वारा पंजीकृत विद्यालय में भी जब दबंग की दबंगई सामने आती रहेगी तो ऐसे में कहा जा सकता है कि देश के भविष्य इन बच्चों का क्या होगा और कैसे उनकी पढ़ाई होगी । दबंग के इस करतूत से एक तरफ जहां बच्चे डरे हुए हैं, तो वही देखने वाली बात होगी कि इस मामले में पुलिस अब क्या कार्रवाई करती है।

डीएनबी भारत डेस्क

Share This Article