बीहट में डायरिया से पीड़ित महिला की ईलाज के दौरान मौत, डायरिया से मरने वाले की संख्या हुई दो

 

24 X 7 अस्थाई अस्पताल बेहतर से बेहतर सुविधाओं लैस तत्काल प्रभाव से वरीय चिकित्सक के नेतृत्व में रहे कार्यरत, चिन्हित मलिन बस्ती में बाहर से उपलब्ध कराई जाए सभी सुविधाएं

डीएनबी भारत डेस्क

नगर परिषद बीहट क्षेत्र अन्तर्गत वार्ड संख्या -23 में डायरिया से पीड़ित रोगी के मरने वालों की संख्या एक से बढ़कर दो हो गई है। जो काफ़ी चिंता का विषय है।समय रहते अगर वर्तमान में वरीय चिकित्सा पदाधिकारी के नेतृत्व में 24X7 अस्थाई अस्पताल एक पखवाड़े के लिए नहीं चलाया जाता है तो वहां स्थिति काफी गम्भीर हो सकता है।इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। साथ ही साथ नगर परिषद प्रशासन के द्वारा कार्य काफी बदलाव लाना होगा। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा एक अपर समाहर्ता स्तर के पदाधिकारियों का प्रतिनियुक्ति किया जाना अत्यावश्यक है।

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नहीं तो वहां ही नहीं अपितु नगर परिषद बीहट के अन्य हिस्सों में भी डायरिया अपना पांव पसारना शुरू कर देगा। इसमें कोई दो राय नहीं है।यह कथन स्थानीय विधायक राम रतन सिंह ने बुधवार की सुबह बीहट रतन चौक स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती डायरिया पैसेंट से मिलकर उनकी स्वास्थ्य का हाल-चाल जानने के दौरान जिला प्रशासन से अनुरोध करते हुए कहा। मिली जानकारी अनुसार स्थानीय लोगों ने स्थिति भयावह देखते हुए एम्बुलेंस मंगवाया और फिर बरौनी अस्पताल भी आया था।पर बिना दाखिला व ईलाज कराए ही कुछ लोग बेरंग वापस लौट गए।

संभावना है कि वह अपने स्तर से निजी अस्पताल में दाखिल हो गया है। प्राप्त जानकारी अनुसार बरौनी अस्पताल में तारा देवी, अंजलि कुमारी, खुशबू देवी, आरती कुमारी, सरस्वती कुमारी, भारती कुमारी सहित अन्य का ईलाज चल रहा था। जिसमें दोपहर में बीहट नगर परिषद वार्ड संख्या -23 निवासी रामप्रवेश दास की 30 वर्षीय पत्नी खुशबू देवी, 8 वर्षीय पुत्री आरती कुमारी, 5 वर्षीय पुत्री सरस्वती कुमारी, 3 वर्षीय पुत्री भारती कुमारी को पहले बेहतर इलाज हेतु सदर अस्पताल बेगूसराय रेफर किया गया।

फिर नाजुक स्थिति देखकर चिकित्सक डा गोविंद कुमार ने नप बीहट वार्ड संख्या -23 निवासी राम प्रवेश दास की 55 वर्षीय पत्नी तारा देवी को बेगूसराय सदर अस्पताल भेज दिया गया। जहां से सूचना है कि चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। बताते चलें कि इससे पहले रविवार को लक्ष्मण कुमार का मौत हो चुका है। फिर भी जिला प्रशासन सजगता नहीं दिखा रही है जो चिंता का विषय बना हुआ है स्थानीय लोगों के मन में।

बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट

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