चौकीदारों के भरोसे है बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था, बैंक में लूट की घटना के बावजूद प्रबंधक सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने को तैयार नही
पुलिस के पदाधिकारी दिन में एक बार बैंको में जाकर अपनी ड्यूटी बजाकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेते हैं।
डीएनबी भारत डेस्क
बेगुसराय जिले के खोदावंदपुर समेत अन्य जगहों पर बैंकों में लूट की घटना प्रायः होती रहती है। अपराधी लूट की घटना को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। पुलिस लाठी पिटती रह जाती है। इन घटनाओं से बैंक का शीर्ष प्रबंधन कोई सीख नहीं लेता। बैंक की शाखाओं में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए जाते। जिससे अपराधियों के मनोबल में कमी नहीं आती।
ग्राहकों की जान हमेशा सांसत में बनी रहती है। बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे रहता है। खोदावंदपुर प्रखंड क्षेत्र में भी निहत्थे चौकीदारों के भरोसे विभिन्न बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था है। स्थानीय पुलिस के पदाधिकारी दिन में एक बार बैंको में जाकर अपनी ड्यूटी बजाकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेते हैं।बताते चलें कि खोदावंदपुर प्रखंड क्षेत्र में एसबीआई चलकी शाखा,यूको बैंक खोदावंदपुर शाखा,बैंक ऑफ बड़ौदा बाड़ा शाखा, दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक खोदावंदपुर शाखा, यूको बैंक खोदावंदपुर शाखा,सहकारिता बैंक खोदावंदपुर कार्यरत है।
इसके अलावे खोदावंदपुर प्रखंड मुख्यालय में यूको बैंक की एवं दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक सीएसपी सन्चालित है। मिर्जापुर चौक के समीप बैंक ऑफ बड़ौदा की तथा चलकी चौक के समीप यूको बैंक का ग्राहक सेवा केंद्र चलाया जा रहा है। इसके अतिरिक्त विभिन्न पंचायतों में कई ग्राहक सेवा केंद्र चलाए जा रहे हैं। बैंक ऑफ बड़ौदा बाड़ा शाखा को छोड़ किसी भी अन्य बैंक शाखाओं में सशस्त्र सुरक्षा गार्ड नहीं है।
इन बैंक शाखाओं में सुरक्षा को लेकर निहत्थे चौकीदारों की ड्यूटी लगाई गई है। जिससे किसी भी समय होने वाले खतरे की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। बैंक कर्मियों का कहना है कि सशस्त्र सुरक्षा गार्ड नहीं रहने से भय के साये में काम करना पड़ता है। विभाग से बैंकों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की मांग की जाती रही है। परन्तु इस ओर ध्यान नहीं दिया जाता।
बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नितेश कुमार की रिपोर्ट