कर्पूरी ठाकुर सिर्फ एक नेता ही नहीं थे बल्कि उन्होंने सामाजिक परिवर्तन में अहम भूमिका निभाई – रामजीवन सिंह

 

कर्पूरी ठाकुर जीवनपर्यंत समाज के अंतिम पायदान में रह रहे लोगों के लिए लड़ते रहे तथा उन्होंने इसी कार्य में अपना जीवन भी समर्पित कर दिया – राकेश सिन्हा

डीएनबी भारत डेस्क

एक चिंगारी भी ज्वाला भड़का सकती है यह बातें जननायक कर्पूरी ठाकुर ने अपने जीवन काल में सामाजिक परिवर्तन करके साबित किया है। उक्त बातें बिहार सरकार में पूर्व मंत्री सह पूर्व सांसद रामजीवन सिंह ने अपने निवास स्थान पर कहीं। उन्होंने बताया कि 1956 से लेकर 1986 तक जब तक जननायक कर्पूरी ठाकुर का निधन नहीं हुआ तब तक वह उनके सानिध्य में रहे और उनके हर काम में इन्होंने अपना हाथ बटाया।

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पूर्व मंत्री रामजीवन सिंह ने कहा की कर्पूरी ठाकुर सिर्फ एक नेता ही नहीं थे बल्कि उन्होंने सामाजिक परिवर्तन में अहम भूमिका निभाई और यही वजह है कि आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के उसे हीरे को पहचाना और उसे भारत रत्न देने का काम किया जो काफी सराहनीय है मैं उनका तहे दिल से धन्यवाद करता हूं । पूर्व मंत्री राम जीवन सिंह ने अपने जीवन काल में कर्पूरी ठाकुर से जुड़े कई किस्सों को भी आम लोगों के साथ साझा किया। दरअसल रामजीवन सिंह के पैतृक आवास मंझौल में आज कर्पूरी जयंती को लेकर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसमें राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा भी शामिल हुए।

सैकड़ो लोगों की मौजूदगी में जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती धूमधाम से मनाई गई तथा विभिन्न वक्ताओं ने जननायक के संबंध में अपने-अपने विचार भी रखें। वहीं राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने कहा की कर्पूरी ठाकुर जीवनपर्यंत समाज के अंतिम पायदान में रह रहे लोगों के लिए लड़ते रहे तथा उन्होंने इसी कार्य में अपना जीवन भी समर्पित कर दिया। कर्पूरी ठाकुर एक नेता ही नहीं थे बल्कि सामाजिक परिवर्तन के पुरोधा भी थे।

आज कर्पूरी ठाकुर के पदचिह्नों पर चलकर समाज में फैली विसंगतियों को परिवर्तित किया जा सकता है । वहीं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जननायक कर्पूरी ठाकुर को यथोचित सम्मान प्रदान किया है इसके लिए पूरे देश की जनता उनका आभारी है।

डीएनबी भारत डेस्क

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