एपीएसएम कॉलेज बरौनी में जननायक कर्पूरी ठाकुर की 100 वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई

 

कर्पूरी ठाकुर के शासनकाल में बिहार के पिछड़े इलाकों में उनके नाम पर कई स्कूल और कॉलेज स्थापित किए गए। लोकप्रियता के कारण उन्हें ‘जननायक’ कहा जाता है।

डीएनबी भारत डेस्क

अयोध्या प्रसाद सिंह स्मारक महाविद्यालय बरौनी में महाविद्यालय इतिहास विभाग एवं एनएसएस इकाई के संयुक्त तत्वाधान में जननायक कर्पूरी ठाकुर की सौवी जयंती के अवसर पर विभागीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत जननायक कर्पूरी ठाकुर के चित्र पर पुष्प सह माल्यार्पण के साथ प्रारम्भ हुई । तत्पश्चात छात्रों को जननायक कर्पूरी ठाकुर के जीवन पर आधारित डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई।

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कर्पूरी बाबू ने अपने राजनीतिक जीवन में कर्तव्यनिष्ठा व सदाचारिता की अद्भुत मिशाल क़ायम की। रसायनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ.अनिंद्र शर्मा ने कार्यक्रम की शुरूआत व मंच का संचालन किया एवं कर्पूरी ठाकुर के योगदानों को याद किया। उन्होंने बिहार की शिक्षा व्यवस्था में गरीब तबको को अवसर दिलाने के उनके अद्भुत कार्य को याद किया। इतिहास विभाग अध्यक्ष शाह महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. मुकेश कुमार ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में देश रत्न कर्पूरी ठाकुर के योगदानों एवं छात्र-छात्राओं को अवगत कराया एवं उनसे प्रेरणा लेने का आह्वान किया।

प्रधानाचार्य महोदय ने छात्रों को अनेक रोचक घटना और प्रसंग से अवगत कराया। ज्ञात रहे कि कर्पूरी ठाकुर (24 जनवरी 1924-17 फ़रवरी1988) भारत के स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक, और राजनीतिज्ञ थे. वह बिहार के दूसरे उपमुख्यमंत्री और दो बार मुख्यमंत्री रहे। 1970 में वह बिहार के पहले गैर-कांग्रेसी समाजवादी मुख्यमंत्री बने। उन्होंने बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू की। उनके शासनकाल में बिहार के पिछड़े इलाकों में उनके नाम पर कई स्कूल और कॉलेज स्थापित किए गए।

लोकप्रियता के कारण उन्हें ‘जननायक’ कहा जाता है। कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम के संयोजक व इतिहास विभाग के अतिथि सहायक प्राध्यापक डॉ. मोहन कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में इतिहास विभाग के स्नातकोत्तर प्रथम व तृतीय सेमेस्टर के छात्र छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

बेगूसराय बरौनी संवाददाता चंदन कुमार की रिपोर्ट

 

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