चन्द्र कुमार शर्मा बादल की अप्रकाशित रचनाओं का प्रकाशन ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी-विश्वभर सिंह

 

सिमरिया के विपरीत माहौल में चंद्रकुमार शर्मा बादल ने दिनकर जयंती के माध्यम से माहौल को बदलने में मुख्य भूमिका निभाई।

डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय जनपद के लब्धप्रतिष्ठ साहित्यकार स्मृति शेष चंद्रकुमार शर्मा बादल की सातवीं पुण्यतिथि गुरुवार संध्या में दिनकर पुस्तकालय, सिमरिया के तत्वावधान में मनाई गई। पुस्तकालय के वाचनालय में आयोजित गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए पुस्तकालय अध्यक्ष विश्वभर सिंह ने कहा कि चंद्रकुमार शर्मा बादल का अप्रकाशित रचनाओं का प्रकाशन ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।जीवन जितना सादा था, उनका विचार उतना ही उच्च था। सिमरिया के लिए उनका योगदान हमेशा यादगार बना रहेगा।

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वहीं गोष्ठी में साहित्यकार श्यामनंदन निशाकर ने कहा कि बादल जी हमेशा नए साहित्यकारों को प्रोत्साहित करते रहते थे। सलाहकार सदस्य लक्ष्मणदेव कुमार ने कहा कि बादल जी का कार्य चिरस्मरणीय है। रामनाथ सिंह ने कहा कि सिमरिया के विपरीत माहौल में चंद्रकुमार शर्मा बादल ने दिनकर जयंती के माध्यम से माहौल को बदलने में मुख्य भूमिका निभाई। वह एक अच्छे साहित्यकार होने के साथ-साथ एक अच्छे शिक्षक भी थे। राजेंद्र राय नेताजी ने कहा कि बादल और शहीद दिनेश की जोड़ी ने सिमरिया में नई रोशनी लाने का काम किया।

सिमरिया के विकास में और शांति स्थापित करने में दोनों का अहम योगदान है। पुस्तकालय के उपाध्यक्ष ललन कुमार सिंह ने अपने संस्मरणों के माध्यम से बताया कि बादल जी गंभीर, निर्भीक और साहसी व्यक्तित्व के धनी थे। इस अवसर पर पुस्तकाध्यक्ष विष्णुदेव राय और विजय कुमार चौधरी ने भी उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया। अंत में धर्मवीर कुमार ने बादल जैसा वीर कहां कविता सुनकर उन्हें काव्यांजलि दी।

रंगकर्मी अमन कुमार ने बादल रचित कविता पोस्टर वाली दीवार का सस्वर पाठ किया। कार्यक्रम के शुरुआत में आगत अतिथियों ने चंद्रकुमार शर्मा बादल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। गोष्ठी का संचालन संजीव फिरोज और धन्यवाद ज्ञापन रंगकर्मी राधे कुमार ने किया। मौके पर रंगकर्मी विजेंद्र कुमार, शिवम कुमार, रमन कुमार, नीतीश, अभिजीत, रजनीश ,मोहित आदि मौजूद थे।

बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट

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