देश प्रेमी युवाओं का जत्था बलिदानी स्मारक मेघौल से बैकुंठ धाम वैशाली रवाना
स्काउट के जवान संतोष कुमार ईश्वर कर रहे टीम का नेतृत्व
स्काउट के जवान संतोष कुमार ईश्वर कर रहे टीम का नेतृत्व।
डीएनबी भारत डेस्क
भारत स्काउट एण्ड गाइड के जवान सह केंद्रीय विद्यालय बरौनी के शिक्षक संतोष कुमार ईश्वर एवं अधिवक्ता राज नारायण के नेतृत्व में बलिदानी रथ से 25 की संख्या में देश प्रेमी युवाओं की टीम रविवार को खोदावंदपुर से लालगंज वैशाली के बलिदानी स्थल बैकुंठधाम के लिए प्रस्थान किया।टीम में रेणु कुमारी, श्रद्धा कुमार, मो गुलफाम, दिलीप राम, मोती कुमारी सहित दर्जनों स्काउट गाइड के जवान शामिल थे।
देश प्रेमियों का यह जत्था हाथ मे तिरंगा थामे भारतमाता जिन्दावाद, बलिदानी ले लो मेरा सलाम, बन्दे मातरम, बैकुंठ शुक्ला अमर रहे, इंक्लाप जिंदाबाद आदि गगनभेदी नारा लगाते हुए बेगूसराय जिला के ऐतिहासिक तीर्थ स्थल खोदावंदपुर प्रखंड के बलिदानी राधा जीवन स्मारक रविवार की सुबह करीब आठ बजे मेघौल पहुंचे। जहां स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान 24 अगस्त 1942 के बलिदान हुए मेंघौल निवासी भारत मां के दो लाल राधा प्रसाद सिंह व राम जीवन झा अंग्रेजो की गोली से बलिदान हुए थे।
इनके बलिदानी स्मारक पर माल्यर्पण किया। बलिदानी स्थल पर देश प्रेमियों के इस जत्थे का जोड़दार स्वागत मेघौल मुखिया पुरुषोत्तम सिंह के नेतृत्व में ग्रामीण मोहन प्रसाद सिंह, धीरज कुमार, अरुण कुमार सिंह, मुरारी कुमार, राम प्रीत यादव केदार प्रसाद सिंह, सुनील प्रसाद सिंह, उमा शंकर सिंह, राम बालक सिंह बलिदानी राधा प्रसाद के स्वजनों ने किया।
मेघौल स्मारक स्थल पर बलिदानीयो नमन करते हुए संतोष ईश्वर एवं अधिवक्ता राज नारायण ने कहा कि हमारे यात्रा का मुख्य उद्देश्य बलिदानी को बलिदानियों से जोड़कर उन्हें सम्मान देना और स्वतंत्रता आंदोलन में उनके त्याग और बलिदान से युवा पीढ़ियों को अवगत कराना है। ताकि देश का युवा पीढ़ी राष्ट्रप्रेम की भावना से ओतप्रोत हो सके। आज हमारा जत्था लालगंज बैशाली के जलालपुर गांव जा रहा है। जहां के बैकुंठ शुक्ला ने 14 मई 1934 को फांसी पर चढ़कर देश की आजादी में बिहार से अपना पहला बलिदान दिया था। इनके बलिदानी दिवस पर आज वहां हमारी टीम उन्हें नमन करेगा और उनके अधूरे सपने को पूरा करने का संकल्प लेगा।
बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नीतेश कुमार गौतम