बेगूसराय में आलू की बंपर पैदावार के बावजूद एक तरफ जहां किसानों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो वहीं अब मजदूर की किल्लत की वजह से दूसरे फसल भी हो रहे हैं प्रभावित।
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय में आलू की बंपर पैदावार के बावजूद एक तरफ जहां किसानों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, तो वहीं अब मजदूर की किल्लत की वजह से दूसरे फसल भी प्रभावित हो रहे हैं। दरअसल बेगूसराय जिले में आलू की खेती प्रमुखता से की जाती है और इस बार मौसम अनुकूल रहने की वजह से आलू की अच्छी पैदावार भी हुई। लेकिन अब किसानों को न हीं बाजार मिल रहा है और ना ही व्यापारी और न फसल का वाजिब दाम। जिस वजह से आलू किसान आलू सड़कों पर आलू को फेंककर अपना विरोध प्रदर्शन भी किए हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार बेगूसराय जिले के सभी प्रखंडों में आलू की खेती प्रमुखता से की जाती है और आलू की पैदावार अच्छा होने से किसानों को अच्छी आमदनी भी होती थी। लेकिन इस बार बंपर पैदावार के बावजूद भी किसान मायूस है। किसानों के द्वारा लगातार जिला प्रशासन एवं सरकार से मांग की जा रही है कि आलू का न्यूनतम मूल्य निर्धारित किया जाए तथा आलू को मंडी उपलब्ध कराया जाए। एवं केरल की तर्ज पर फसल सुविधा किसानों को दी जाए।
जिससे कि किसानों का आर्थिक दोहन ना हो सके। दूसरी तरफ अब शीतगृह संचालकों ने भी किसानों का आलू रखने से मनाही कर दी है। जिस वजह से किसानों के समक्ष दोहरी समस्या उत्पन्न हो गई है। अब किसानों के आलू या तो खेत में सर रहे हैं या फिर खलिहान और घर में बर्बाद हो रहे हैं।
वहीं जिला कृषि पदाधिकारी ने भी माना है कि मौसम अनुकूल रहने की वजह से इस बार आलू की अच्छी पैदावार हुई है और यही वजह है कि आलू के खरीदार भी नहीं मिल रहे हैं। किसानों के समक्ष थोड़ी परेशानी जरूर उत्पन्न हुई है । वहीं कृषि पदाधिकारी ने कहा कि जिले में कुल 17 कोल्ड स्टोरेज संचालित हैं अगर कोल्ड स्टोरेज मालिकों के द्वारा किसानों की आलू रखने से मनाही की जाएगी तो कोल्ड स्टोर पर कार्रवाई निश्चित रूप से की जाएगी।।
बेगूसराय संवाददाता सुमित कुमार बबलू