BSSC परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले में EOU की बड़ी कार्यवाई में बेगूसराय भाजपा जिलाध्यक्ष के विद्यालय का क्लर्क गिरफ्तार
BSSC परीक्षा का सवाल बेगूसराय के विकास विद्यालय सेंटर से आया था बहार आया। जिसके बाद अब आर्थिक अपराध इकाई ने स्कूल के अकाउंटेंट रोशन कुमार को किया गिरफ्तार, बेगूसराय भाजपा जिलाध्यक्ष राजकिशोर सिंह हैं विकास विद्यालय के मालिक।
BSSC परीक्षा का सवाल बेगूसराय के विकास विद्यालय सेंटर से आया था बहार आया। जिसके बाद अब आर्थिक अपराध इकाई ने स्कूल के अकाउंटेंट रोशन कुमार को किया गिरफ्तार, बेगूसराय भाजपा जिलाध्यक्ष राजकिशोर सिंह हैं विकास विद्यालय के मालिक, क्लर्क ने मोबाइल से फोटो खिंचकर किया था मेल के जरिए प्रश्न पत्र को लीक
डीएनबी भारत डेस्क
23 दिसंबर को BSSC परीक्षा के प्रथम पाली का प्रश्न पत्र मोतिहारी से लीक हुआ था। जिसके बाद इस परीक्षा को कैंसिल कर दिया गया। और इस मामले में सरकार एवं बिहार प्रशासन की खूब किरकिरी भी हुई। वहीं आर्थिक अपराध इकाई ने (EOU) प्रश्न पत्र लीक मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए एसआईटी ने बेगूसराय भाजपा जिलाध्यक्ष राजकिशोर सिंह के विकास विद्यालय में छापेमारी की है और विद्यालय के अकाउंटेंट रौशन कुमार को गिरफ्तार किया है।
बेगूसराय से मेल के जरिए मोतिहारी से BSSC प्रश्न लीक
वहीं जांच के दौरान अब यह बात सामने आई है कि इस परीक्षा का सवाल बेगूसराय के विकास विद्यालय सेंटर से मेल के जरिए बहार आया था। गहन जांच पड़ताल एवं पूछताछ के बाद आर्थिक अपराध इकाई ने स्कूल के अकाउंटेंट रोशन कुमार को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान आई बातों के मुताबिक ईओयू का कहना है कि जांच में अकाउंटेंट रौशन कुमार ने बताया कि कर्मचारी चयन आयोग परीक्षा के प्रथम पाली का प्रश्न पत्र को वह अपने मोबाइल से फोटो खींच लिया और इसे एक कैंडिडेट भेजा था।
सीसी कैमरा फुटेज से चौंकाने वाली बातें आई सामने
विकास विद्यालय परीक्षा केन्द्र पर लगे सीसी फुटेज में रौशन कुमार की यह हरकत टीम के सामने आई। साथ इस घटना से एक दिन पहले आरोपी रौशन कुमार ने मोबाइल भी बदला था। अब जांच टीम यह पता लगाने में जुटी है कि आरोपी ने किस किस को प्रश्न भेजा था। सबसे बड़ी चौंकाने वाली बात यह है कि प्रश्न पत्र जिस कैंडिडेट को भेजना था वह कैंडिडेट एग्जाम देने आया ही नहीं था। नियमों के मुताबिक एग्जाम के दरमियान अगर कोई कैंडिडेट नहीं आया है तो उसे मिलने वाले क्वेश्चन पेपर जिसका इस्तेमाल नहीं हुआ है उसे सील पैक करके वापस प्रिंसिपल को दिया जाएगा लेकिन विकास विद्यालय में ऐसा नहीं हुआ।
क्या है पूरा मामला
बताते चलें कि 23 दिसंबर को BSSC परीक्षा के प्रथम पाली का प्रश्न मोतिहारी से लीक हुआ था। इसी मामले में 28 दिसंबर को BSSC की तरफ से पेपर लिक से जुड़े सबूत मांगे गए थे। जिसके बाद कर्मचारी चयन आयोग और आर्थिक अपराध इकाई को कई ईमेल आए और इसमें दो ईमेल ऐसे थे जिसमें पहली पाली का प्रश्न पत्र पेपर था। जिसे देखते ही एजेंसी का दिमाग ठनका और फिर जांच आगे बढ़ी। जिसके बाद बेगूसराय भाजपा जिलाध्यक्ष राजकिशोर सिंह के विकास विद्यालय सेंटर से प्रश्न पत्र लीक होने की बात सामने आई।