नालंदा पहुंचे मंत्री श्रवण मंत्री कुमार,पूर्व मुखिया रत्नेश कुमार के पुण्यतिथि कार्यक्रम में बोले 2005 के बाद बदला बिहार, नीतीश कुमार का विकास मॉडल देश के लिए मिसाल

DNB Bharat Desk

बिहार के ग्रामीण विकास सह परिवहन मंत्री श्रवण कुमार नालंदा विधानसभा क्षेत्र के नीरपुर पंचायत पहुंचे। यहां उन्होंने पूर्व मुखिया सह कांग्रेस नेता स्वर्गीय रत्नेश कुमार की प्रथम पुण्यतिथि पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर समाजसेवी पंकज कुमार और रंजीत मुखिया समेत कई स्थानीय लोग उपस्थित रहे।

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श्रद्धांजलि सभा के दौरान मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि स्वर्गीय रत्नेश कुमार ने अपने कार्यकाल में क्षेत्र के विकास के लिए कई सराहनीय कार्य किए थे। उन्होंने खुशी जताई कि उनके पुत्र ने उनके अधूरे कार्यों को पूरा करने का संकल्प लिया है।

नालंदा पहुंचे मंत्री श्रवण मंत्री कुमार,पूर्व मुखिया रत्नेश कुमार के पुण्यतिथि कार्यक्रम में बोले 2005 के बाद बदला बिहार, नीतीश कुमार का विकास मॉडल देश के लिए मिसाल 2वहीं झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि आज पूरा देश नीतीश कुमार से सीख ले रहा है। देश के लोग जानना चाहते हैं कि किन परिस्थितियों में नीतीश कुमार ने बिहार को विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाया।

नालंदा पहुंचे मंत्री श्रवण मंत्री कुमार,पूर्व मुखिया रत्नेश कुमार के पुण्यतिथि कार्यक्रम में बोले 2005 के बाद बदला बिहार, नीतीश कुमार का विकास मॉडल देश के लिए मिसाल 3उन्होंने कहा कि 2005 से पहले और 2005 के बाद का बिहार लोगों को साफ तौर पर अंतर के रूप में दिखाई देता है। नीतीश कुमार ने ऐसा करिश्मा किया है, जो देश का कोई अन्य राज्य नहीं कर पाया। आज दूसरे राज्य बिहार के विकास मॉडल की नकल कर आगे बढ़ रहे हैं।

नालंदा पहुंचे मंत्री श्रवण मंत्री कुमार,पूर्व मुखिया रत्नेश कुमार के पुण्यतिथि कार्यक्रम में बोले 2005 के बाद बदला बिहार, नीतीश कुमार का विकास मॉडल देश के लिए मिसाल 4मंत्री ने आगे कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार की बिगड़ी व्यवस्था को सुधारने का काम किया है और देश के अन्य मुख्यमंत्री एवं राज्य सरकारें उनसे सीखने का प्रयास कर रही हैं।इरफान अंसारी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री को अभी जीवन में बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। अधूरी जानकारी के साथ बयानबाजी करने से उन्हें परहेज करना चाहिए और पहले तथ्यों को समझना चाहिए।

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