आज की महाभारत जीतने के लिए गीता ज्ञान को आत्मसात करना होगा : कंचन दीदी

DNB Bharat Desk

आज की महाभारत जीतने के लिए गीता ज्ञान को आत्मसात करना होगा।गीता ज्ञान से सामाजिक,पारिवारिक राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर घटित समस्याओं का समाधान है।आज के दौर में पांडव वाले मात्र 5 प्रतिशत लोग हैं।तो शेष कौरवों के पक्ष के लोग हैं ।

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उक्त बातें प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय बेगूसराय के द्वारा वीरपुर राजेन्द्र विवाह भवन में आयोजित पांच दिवसीय श्रीमद भागवत गीता कथा के दूसरे दिन कथावचिक ब्रम्हाकुमारी राजयोगिनी कंचन दीदी ने कही।उन्होंने कहा कि गीता ज्ञान भगवान के द्वारा गाए गए मधुर गीत हैं।गीता शास्त्र को सर्वशास्त्र शिवभूमि कहा गया है।

आज की महाभारत जीतने के लिए गीता ज्ञान को आत्मसात करना होगा : कंचन दीदी 2क्योंकि इस शास्त्र के 18 आध्ययों से हीं मानव जीवन की  सभी समस्याएं खत्म हो जाएगी।आज के दौर में घर-घर की महाभारत सिर्फ व सिर्फ शकुनी जैसे लोगों से ही हो रही है।सनातन धर्म में पति को धर्मपत्नी इसलिए कहा जाता है कि वह अपनी पति को धर्म के साथ चलाएं।नाड़ी के पास ही धर्म की कलश होती है तब तो धार्मिक अनुष्ठान में कलश लेकर चलने की परंपरा है।उन्होंने कहा कि विचार श्रेष्ठ होने के बाद ही श्रेष्ठ विश्व की परिकल्पना कर सकेंगे।

आज की महाभारत जीतने के लिए गीता ज्ञान को आत्मसात करना होगा : कंचन दीदी 3कंचन दीदी ने कहा कि शरीर को चलाने वाले चैतन्य शक्ति आत्मा के ही पास होती है।जीवन के सभी क्षेत्रों में धर्म का पालन करें,तभी आप बेहतर कर पाएंगे।भारतवंशी की पहचान सहनशीलता से होती है।धर्मयुद्ध से बढ़कर कोई परमकारी नहीं है।दूसरे दिन के कथा की शुरुआत शिव स्तुति से उन्होंने की।कथा के दौरान ही उन्होंने कही हर मुश्किल का हल कथा से हीं होगी,आज नहीं तो कल होगी जैसे भजन की प्रस्तुति की जिसे श्रद्धालुओं ने खूब सराहा।

आज की महाभारत जीतने के लिए गीता ज्ञान को आत्मसात करना होगा : कंचन दीदी 4कथा के दौरान गायक प्रिंस कुमार,ढोल वादक नंद राजा,पैड वादक अजय कुमार व ऑर्गर्ण वादक शिवा कुमार साथ दे रहे थे।मौके पर प्रमुख यजमान पूर्व डीपीओ शिवकुमार शर्मा,पूर्व मुखिया डॉ राम सागर सिंह, संजीव कुमार,रंजीत कुमार,

ब्रह्माकुमारी बहनों में जय श्री,प्रियंका,काजल पायल सहित सैकड़ों महिलाएं व पुरुष श्रद्धालु मौजूद थे।

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