डीएनबी भारत डेस्क
समस्तीपुर। दारुलउलूम तजवीदुलकुरआन, अकबरपुर मिल्की, सारी में एक विशेष दुआई बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें निम्मी, पोस्ट कंडल, थाना सिंघिया निवासी मोहम्मद अबूज़र पुत्र मोहम्मद शौकत अली मजाहिरी के तक़मील-ए-हिफ़्ज़ (कुरान पाक के पूर्ण हिफ़्ज़) होने पर दुआ की गई।

इस मौके पर उपस्थित विद्वानों ने कुरान हिफ़्ज़ की फ़ज़ीलत पर विस्तार से चर्चा करते हुए अबूज़र के उज्ज्वल भविष्य की दुआ की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. मोहम्मद शाहिद ने कहा कि कुरान हिफ़्ज़ करना अल्लाह तआला की विशेष इनायत है और जो व्यक्ति कुरान को याद कर अमल करता है, वह दुनिया और आखिरत दोनों में कामयाबी पाता है।
क़ारी राशिद इर्फ़ानी ने कुरान हिफ़्ज़ को एक महान नेमत बताया और कहा कि क़यामत के दिन हाफ़िज़-ए-कुरान से फरमाया जाएगा—“कुरान की तिलावत करते रहो और जन्नत के दर्ज़ों पर चढ़ते जाओ।” वहीं मौलाना नौशाद क़ासमी ने हिफ़्ज़ को दुनिया की सबसे बड़ी ईश्वरीय अनुकंपाओं में से एक बताया।
कार्यक्रम की शुरुआत मौलाना रुसतम साक़िबी की तिलावत से हुई, नातिया कलाम मौलाना निज़ामुद्दीन क़ासमी ने पेश किया। मोहम्मद अबूज़र ने अपने उस्ताद क़ारी वसीम अहमद के समक्ष सूरतों की तिलावत कर हिफ़्ज़ की तकमील की।
इस पावन अवसर पर परिवार, रिश्तेदारों, शिक्षकों और बड़ी संख्या में मौजूद लोगों ने अबूज़र को फूल-माला पहनाकर बधाई दी। कार्यक्रम का समापन क़ारी मोहम्मद शाहिद की रक़तअंगेज़ दुआ से हुआ।
मौके पर मौलाना असलम जावेद, क़ारी सनाओल्लाह, क़ारी अरशद, क़ारी मोहम्मद शहबाज़, मौलाना तनवीर, मौलाना इसराफ़ील मजाहरी, इंजीनियर मोहम्मद क़ासिद सहित अनेक गणमान्य लोगों के अलावा कई पत्रकार भी उपस्थित रहे।
समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट