अहंकार और पाखंड की हुई हार.
डीएनबी भारत डेस्क

नालंदा से लेकर पूरे बिहार में “2025 से 30 फिर से नीतीश के नारे को कार्यकर्ताओं ने सही साबित कर दिखाया। नालंदा जिले की सभी सातों विधानसभा सीटों पर एनडीए ने शानदार और एकतरफ़ा जीत दर्ज कर महागठबंधन का सुपड़ा साफ कर दिया।
नालंदा विधानसभा सीट से एनडीए प्रत्याशी श्रवण कुमार ने अपने प्रतिद्वंद्वी कौशलेंद्र कुमार उर्फ छोटे मुखिया को 32,851 मतों के भारी अंतर से हराते हुए लगातार आठवीं बार जीत का परचम लहराया। अभी बीजेपी प्रत्याशी डॉ सुनील कुमार ने भी 28964 मतों से होने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के उमैर खान को हराकर जीत हासिल की.
नालंदा से मंत्री डॉ सुनील और मंत्री श्रवण कुमार की किस्मत दाँव पर थी.इस्लामपुर से रूहैल रंजन, हिलसा से प्रेम मुखिया,अस्थावां से डॉक्टर जितेंद्र,राजगीर से कौशल किशोर, हरनौत से हरिनारायण सिंह ने प्रचंड जीत हासिल की.अपनी जीत पर खुशी जताते हुए श्रवण कुमार और डॉ सुनील कुमार ने कहा यह जीत मेरी नहीं नालंदा की
अपनी जीत पर खुशी जताते हुए श्रवण कुमार और डॉ सुनील कुमार ने कहा यह जीत मेरी नहीं नालंदा की जनता की जीत है।
बिहार की अमन-चैन और तरक्की चाहने वाली जनता ने मुझ पर लगातार आठवीं बार विश्वास जताया, इसके लिए मैं हृदय से आभार प्रकट करता हूँ। जनता ने अहंकार, आतंक और पाखंड को खत्म करने के लिए यह जनादेश दिया है।
उन्होंने आगे कहा कि हमने चुनाव मुख्यमंत्री के नाम पर लड़ा है, इसलिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे। देश के प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने भी स्पष्ट कहा है कि पहले भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार थे, आज भी हैं और आगे भी रहेगे.
डीएनबी भारत डेस्क