सदर अस्पताल रेफर।लोक आस्था के महापर्व छठ व्रत को लेकर गंगा नदी तट पर उमड़ रही है छठ वृत्तियों की भारी भीड़।
डीएनबी भारत डेस्क
सिमरिया धाम स्थित राजकीय कल्पवास मेला में कल्पवास कर रहे श्रद्धालु गण एवं लोक आस्था के महापर्व छठ व्रत को लेकर छठ वृत्तियों की उत्तर वाहिनी गंगा नदी तट पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी। जिससे गंगा नदी तट पर भारी फिसलन हो गया है। जिसमें शुक्रवार की सुबह करीब छह बजे एक महिला कल्पवासी श्रद्धालु के गिरजाने पर उनका बायां पैर फ्रैक्चर हो गया। जख्मी महिला श्रद्धालु की पहचान दरभंगा जिला के बहेरी थाना क्षेत्र अंतर्गत तुर्की निवासी उपेन्द्र यादव की 52 वर्षीय पत्नी संतोला देवी के रूप में उनके साथ गंगा स्नान कर रहे श्रद्धालुओं ने किया।

तथा प्रारंभिक उपचार के लिए आधे घंटे के खोजबीन के बाद मेला क्षेत्र में अस्थाई स्वास्थ्य केंद्र बरौनी पहुंचा । जहां से तत्काल प्रभाव से प्रभावी प्रारंभिक उपचार करते हुए बेहतर वो समुचित ईलाज के लिए चिकित्सक ने पायलट गोपाल पासवान एवं वरीय ईएमटी धर्मवीर कुमार की देखरेख में डायल 102 एम्बुलेंस की बेहतर सुविधा प्रदान कराते हुए जख्मी महिला श्रद्धालु संतोला देवी को सदर अस्पताल बेगूसराय रेफर कर दिया। जहां स्वजनों की उपस्थिति में संतोला देवी का बेहतर वो समुचित ईलाज किया जा रहा है। जख्मी महिला श्रद्धालु संतोला देवी ने बताया कि गंगा नदी तट पर विगत 7 अक्टूबर से ही कल्पवास कर रहे हैं। गंगा नदी तट पर साफ़ सफाई और फिसलन को रोकने की कोई व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा नहीं किया गया है जो श्रद्धालुओं के लिए घातक साबित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि कार्तिक माह में कल्पवास करने हम लम्बे अर्से से ही सिमरिया धाम आ रहे हैं। पहले मेला के मुंह पर ही अस्पताल रहता था लेकिन इस बार एकांत में असमसान के तरफ़ अस्पताल बना दिया गया है जिसे ढूंढने में आधा घंटा समय लग गया। जिस दौरान हम दर्द से कराहते रह गए। उन्होंने जिला प्रशासन से अपील करते हुए कहा कि सिमरिया धाम स्थित मेला क्षेत्र में अस्पताल को मुख्यद्वार पर ही रहना चाहिए। वहीं इस सम्बन्ध में कई भाषा के दैनिक समाचार पत्रों में भी खबर प्रकाशित किया गया है। बताते चलें कि एक हिंदी दैनिक समाचार पत्र में गुरुवार, 23 अक्टूबर के अंक में भी खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया है।
बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट