बलान नदी का रौद्र रूप, जोखिम से भरा है छठ घाट, जल में जल कुंभी से अच्छादित रहने से छठव्रतियों को पूजा के दौरान काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिले के वीरपुर में इस बार बलान नदी,वैंती नदी, बुढ़ी गंडक नदी में छठ पूजा से पूर्व इन नदियों में एकाएक जल अस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि होने व जल में जल कुंभी से अच्छादित रहने से छठव्रतियों को पूजा के दौरान काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। बलान व बुढ़ी गंडक नदी के घाट खराब रहने का मुख्य कारण स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की मिली भगत से माफियाओं के द्वारा अवैध मिट्टी व वालू खन्न बताया जा रहा है।

जिस कारण छठ घाटों पर छठ व्रतियों के लिए खतरा से खाली नहीं है। बताते चलें कि वीरपुर प्रखंड क्षेत्र में कुल 44 छठ घाट हैं। जहां छठ व्रतियों के द्वारा षष्ठी यानी सोमवार को सायं कालीन अर्घ्य दान और सप्तमी यानी मंगलवार को प्रातः कालीन अर्घ्य दान करेंगे। जिसमें से बलान नदी में 23 छठ घाट हैं। तो बुढ़ी गंडक नदी और वैंती नदी समेत खैय और कुरनामा जलाशय में 21 छठ घाट हैं। जिसमें से एक तकिया छठ घाट बुढी गंडक नदी को पहले ही प्रतिबंधित चाट घोषित किया गया है।शेष 20 छठ घाटों में खतरनाक और अती संवेदनशील घाट भी हैं।

वैसे वीरपुर बीडीओ पंकज कुमार शक्ति धर, सीओ भाई विरेंद्र, थाना अध्यक्ष रवींद्र कुमार लगातार छठ घाटों का मुआयना कर रहे हैं। पदाधिकारियों ने बताया कि व्यक्ति गत नाव परिचालन पर प्रतिबंध रहेगा। स्थानीय गोता खोरों की व्यवस्था किया जाएगा,छठ घाटों पर ब्रेकिंग और प्रकाश कि समुचित व्यवस्था के लिए शांति समिति कि बैठक में संबंधित पंचायत के जनप्रतिनिधियों से कहा गया है।
बेगूसराय वीरपुर संवाददाता गोपल्लव झा की रिपोर्ट