कल्पवास मेला में सुदूर क्षेत्र में बनाया गया है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र,जहां बिजली,पंखा की नगण्य मात्र सुविधा है
डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय/सिमरिया-राजकीय कल्पवास मेला क्षेत्र में प्रवेश करते ही सरकारी धर्मशाला के सामने एक प्रशासनिक शिविर बनाया गया है। जिसमें रविवार तक मेला थाना, महिला हेल्प डेस्क, विद्युत केंद्र, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का ही बैनर लगाया जा सका है । हालांकि खोया पाया केंद्र की सुविधा रविवार को प्रथम पाली ड्यूटी के दौरान आरम्भ हो गई है। जिसमें रविवार को 10 श्रद्धालुओं को खोया पाया केंद्र के सहयोग से उनके स्वजनों से मिलाया गया।
मेला में सर्वाधिक दरभंगा जिले के लोगों को खोया पाया केंद्र में तैनात नागरिक सुरक्षा बल राजाबाबू साह, अमन भारती और बमबम कुमार द्वारा उनके परिजनों से मिलवाया गया है उनमें दरभंगा जिले के निर्मल कुमार, गीता देवी, गांधी देवी, महेंद्र झा, अमोला देवी एवं विपती देवी, नवादा जिले की मंजू देवी , नालन्दा जिले का अमरजीत कुमार तथा बेगूसराय जिले में खोदाबंदपुर की द्रोपदी देवी हैं। वहीं दूसरी ओर मेला क्षेत्र में मुख्य रूप से स्नान घाट राजेन्द्र पुल से सिक्स लेन पुल और सिक्स लेन पुल से पूरब नमामि गंगे घाट बना हुआ है। जहां स्नान करने के दौरान लोग फिसल जाते हैं अथवा स्नान कर बाहर निकलते समय गिरते हैं या अन्य कारणों से चोटिल और जख्मी होते हैं।

पर इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई गई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरौनी कल्पवास मेला क्षेत्र में सबसे पूरब शवदाह गृह की तरफ बनाया गया है जहां जाकर श्रद्धालुओं द्वारा सुविधा प्राप्त करना काफी टेढ़ी खीर है। क्योंकि मुख्य धारा से काफी दूर यह अवस्थित किया गया है। जिसमें भी बिजली,पंखा और मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट और बिजली बोर्ड जैसी प्राथमिक सुविधाएं भी नगण्य है। केवल नीचे में आधे दर्जन पंखा खुला रखा हुआ है।
वहीं इस सम्बन्ध में पूछे जाने पर कर्मियों द्वारा नाम नहीं छापने की शर्त पर जानकारी दिया गया कि यहां पर जरूरी की भी सुविधा मुहैया नहीं कराई गई है और यह महत्वपूर्ण विभागों को एकान्त में रखा गया है जहां से आकस्मिक स्थितियों में घटनास्थलों पर पहुंचना, पहुंचकर मरीजों को स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने में काफी समय लग सकता है।
बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट