स्कूल परिसर में अफरा तफरी का माहौल,ग्रामीणों का आरोप मध्यान भोजन बनाने के दौरान कंकर पत्थर युक्त चावल को स्कूल में बनाकर बच्चों को खिलाया जाता
डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय के सरकारी स्कूल में मध्यान भोजन में गड़बड़ी का आरोप लगाकर ग्रामीण एवं छात्र-छात्राओं ने स्कूल में पहुंचकर जमकर हंगामा किया। वही हंगामा होने के बाद स्कूल परिसर में अफरा तफरी का माहौल बना रहा। इस दौरान लोगों ने बताया है कि मध्यान भोजन बनाने के दौरान कंकर पत्थर युक्त चावल को स्कूल में बनाकर बच्चों को खिलाया जाता है l इसी को लेकर ग्रामीण एवं छात्र छात्रों आक्रोशित हो गया और स्कूल के प्रिंसिपल के खिलाफ जमकर हंगामा किया। वही स्कूल में तकरीबन 3 घंटे तक विद्यालय प्रबंधन को बंधक बनाकर जमकर हंगामा किया।
आपको बताते चले कि भगवानपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मोख्तियारपुर पंचायत के दोहटा गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय दोहटा में मंगलवार को सुबह करीब दस बजे मध्यान भोजन बनाने के दौरान कंकर पत्थर युक्त चावल मिलने के बाद ग्रामीणों और छात्र जमकर हो हंगामा किया। ग्रामीणों ने बताया कि दो दिनों से इस विद्यालय में मध्यान भोजन बनाने में कंकर पत्थर युक्त घटिया किस्म का चावल बनाया जा रहा है। जो चावल मवेशी भी नहीं खा पाएंगे। आक्रोशित ग्रामीणों ने करीब तीन घंटे तक विद्यालय प्रबंधन के विरुद्ध जमकर विरोध जताया और हो हंगामा किया। लोगों ने बताया कि प्रधानाध्यापक अपनी मनमर्जी से विद्यालय संचालन करते हैं।
विद्यालय का प्रबंधन समिति भी इस विद्यालय का सुधि लेने को तैयार नहीं है। वहीं इसकी जानकारी मिलने पर ग्रामीणों की सूचना पर पीटीसी रोहित कुमार के नेतृत्व में गठित 112 पुलिस टीम ऊक्त विद्यालय पर पहुंच कर काफी मशक्कत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों को समझा बुझा कर किसी तरह मामले को शांत करवाया। वहीं इस मामले को लेकर मुखिया प्रतिनिधि राहुल कुमार ठाकुर भी विद्यालय प्रबंधन के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि ग्रामीणों के द्वारा सूचना मिलने पर मैं विद्यालय में आकर चावल को देखे तो मेरा भी दिमाग सन्न रह गया, विद्यालय में पाए गए चावल इतना गंदा था कि वह चावल को मवेशी भी नहीं खा पायेगा। वहीं विद्यालय के रसोइया ने भी बताया कि मास्टर साहब यही चावल बनाने के लिए बोले थे। वहीं आक्रोशित ग्रामीणों ने इस मामले में दोषी प्रधानाध्यापक पर करवाई करवाने की मांग जिला प्रशासन से किया है।
वहीं प्रधानाध्यापक राज कुमार ने बताया कि मैं बीएलओ के कार्यभार में व्यस्त था। इसी दौरान मैं दूसरे शिक्षक को मध्यान भोजन बनाने को लेकर कार्य भार दिया था। इसी प्रकार प्रधानाध्यापक शिक्षक और रसोइया सभी एक दूसरे पर आरोप प्रतिआरोप लगाते रहे। इस दौरान करीब दो घंटे तक विद्यालय में अफरा तफरी का माहौल बना रहा। विद्यालय परिसर सहित वर्ग कक्ष में गंदगी का अंबार देखा गया।

उक्त विद्यालय के बच्चों ने बताया कि कई दिनों से मध्यान भोजन में कंकड़ पत्थर सहित पीलू मिला जिसकी शिकायत करने पर शिक्षकों ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया जिसके बाद बच्चो ने अपने परिजन को इसकी जानकारी दी इसके बाद दर्जनों की संख्या में परिजन सहित ग्रामीणों ने विद्यालय परिसर में पहुंचकर हंगामा किया और अब दोषी व्यवस्थापक पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।
डीएनबी भारत डेस्क