डीएनबी भारत डेस्क
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के आह्वान पर “वक्फ बचाओ, दस्तूर बचाओ” कॉन्फ्रेंस में भाग लेने के लिए नालंदा जिले से सैकड़ों की संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग एकजुट होकर जत्थे के रूप में पटना के गांधी मैदान के लिए रवाना हुए।

कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे लोगों ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए ‘काले कानून’ के खिलाफ अपना विरोध दर्ज करते हुए चेतावनी दी कि यदि सरकार ने इस कानून को वापस नहीं लिया, तो अल्पसंख्यक समुदाय सड़क से लेकर सदन तक लोकतांत्रिक आंदोलन करेगा।लोगों ने आरोप लगाया कि यह कानून वक्फ संपत्तियों और अल्पसंख्यक अधिकारों पर हमला है,
जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वक्ताओं ने कहा कि चूंकि वर्ष 2025 चुनावी साल है, इसलिए सरकार को अल्पसंख्यकों की भावनाओं को हल्के में नहीं लेना चाहिए।अल्पसंख्यक नेताओं और कार्यकर्ताओं ने यह भी स्पष्ट किया कि यह आंदोलन सिर्फ एक समुदाय का नहीं, बल्कि संविधान और अधिकारों की रक्षा के लिए एक राष्ट्रीय चेतना का प्रतीक है।
डीएनबी भारत डेस्क