पुलिस ने भारत माइक्रोफाइनेंस कर्मी से लूट मामले का एक सप्ताह के अंदर किया उदभेदन
डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय मे अपने बीमार माँ के इलाज के लिए एक माइक्रोफाइनेंस कर्मी ने अपने भाई के साथ मिलकर लूट की झूठी घटना को अंजाम दिया। मामले मे पुलिस ने भाई सहित माइक्रोफाइनेंस कर्मी को लाखो रूपये के साथ गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने घर के अंदर जमीन मे गार कर रखी गई लूट के पैसे को बरामद कर लिया है। पुलिस ने भारत माइक्रोफाइनेंस कर्मी से लूट मामले का एक सप्ताह के अंदर उदभेदन कर दिया है। बताते चले की नावकोठी थाना क्षेत्र अंतर्गत महेशवारा पंचायत से भारत माइक्रोफाइनेंस कर्मी से 9 जून को चार अज्ञात अपराधियों के द्वारा हुई लूट का उद्भेदन पुलिस ने कर दिया।
डीएसपी कुंदन कुमार ने नावकोठी थाना परिसर में प्रेस वार्ता आयोजित कर बताया कि साहेबपुर कमाल थाना के सन्हा पूर्वी निवासी इंद्रदेव महतो का पुत्र भारत फाइनेंस कर्मी पवन कुमार अपने साथ हुई लूटपाट की घटना का मामला नावकोठी थाना में दर्ज करवाया था। जिसमे उसने कलेक्शन किए गए 1,76,000 लाख रुपया, दो बाइक पर सवार चार बदमाशों द्वारा लूट लिए जाने का मामला दर्ज कराया था।वही उसने सोने की चक्ती व मोबाइल भी छीन लेने का आरोप लगाया था। मामला दर्ज होने के बाद डीएसपी के नेतृत्व में थाना अध्यक्ष दिनेश कुमार एवं अपर थानाध्यक्ष मनोज प्रसाद एवं सशस्त्र पुलिस बल के द्वारा साहेबपुर कमाल तक सीसीटीवी कैमरे की जांच की गई जिस में बदमाशों के भागने का कोई साक्ष्य नहीं मिल सका।आवेदन कर्ता से जब गहराई से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि मेरी मां काफी दिनों से बीमार चल रही थी।
जिसके इलाज में महाजन से काफी कर्ज ले लिया था और महाजन रुपए वापस करने के लिए दबाव बना रहा था।मैं अपने भाई रामकुमार के साथ मिलकर झूठी लूट का प्लान बनाया और रुपए कलेक्शन के बाद रामकुमार को फोन कर महेशवारा में बुलाकर सभी कलेक्शन के रुपए व अपना मोबाइल देकर घर भेज दिया।मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर देने के लिए कहा।वादी के निशानदेही पर सन्हा स्थित घर से मिट्टी के नीचे दबाया गया लूट के ₹1,59,470 बरामद किया गया।वहीं 6 हजार का ऑनलाइन पेमेंट किया गया था। डीएसपी कुंदन कुमार ने बताया है की फाइनेंस कर्मी लूट की झूठी घटना को अंजाम न दे। जिसका परिणाम बहुत बुरा होता है। कुंदन कुमार ने बताया की वादी पवन कुमार तथा लूट काण्ड में सहयोगी भाई रामकुमार को गिरफ्तार कर विधि सम्मत कार्रवाई करते हुए न्यायालय भेज दिया।
डीएनबी भारत डेस्क