मामला मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चिलमिल गांव की है।
डीएनबी भारत डेस्क

बिहार में भले ही पूर्ण शराबबंदी है लेकिन आए दिन ऐसी तस्वीर सामने आ जाती हैं जो कहीं ना कहीं शराब बंदी की पोल खोलने के लिए काफी है और सरकार को कठघरे में कर देती है । ऐसा ही एक मामला बीती रात बेगूसराय से सामने आया है जहां एक शराबी ने नशे की हालत में सदर अस्पताल में जमकर हंगामा किया।
इतना ही नहीं पुलिस वालों से भी शराबी ने बदतमीजी से बात की। पूरा मामला मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चिलमिल गांव की है। बताया जा रहा है कि चीलमिल गांव निवासी रामकुमार शाह शराब पीकर गांव में हंगामा कर रहा था तब ग्रामीणों ने मुफस्सिल थाने की पुलिस को इसकी सूचना दी।
तत्पश्चात मौके पर पहुंचकर मुफस्सिल थाने की पुलिस ने रामकुमार शाह को हिरासत में लिया तथा जांच एवं उपचार के लिए सदर अस्पताल लाया जहां राम कुमार साह ने सदर अस्पताल में भी जमकर हंगामा किया। इस दौरान पुलिस वालों के पसीने छूटते रहे।
तब जाकर कहीं रामकुमार शाह की हरकतों पर काबू पाया गया । वहीं रामकुमार शाह ने सरकारी कर्मचारी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर शराब बेचने और बिकवाने का आरोप लगाया है। फिलहाल पुलिस ने रामकुमार शाह को हिरासत में लेकर कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है।
लेकिन जिस तरह से तस्वीर सामने आई है वह कहीं ना कहीं एक बड़ा सवाल खड़ा कर रही है कि आखिर इस शराबबंदी वाली बिहार में कारोबारी के द्वारा शराब कैसे लाई जा रही है और फिर इसकी बिक्री की जा रही है। वही अनुमान यह भी लगाया जा रहा है कि स्थानीय स्तर पर भी शराब बनाने का कारोबार किया जा रहा है तभी तो लोगों को आसानी से शराब की खेप मिल रही है ।
डीएनबी भारत डेस्क