पैप्सी प्लांट की प्रारंभिक जांच व निरीक्षण जिला प्रशासन की टीम ने किया

DNB Bharat Desk

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तुषार सिंगला जिला पदाधिकारी बेगूसराय ने जनशिकायत से प्राप्त आवेदनों पर संज्ञान लेते हुए बरौनी बीयाडा के असुरारी स्थित पेप्सी प्लांट की जांच तथा आस-पास के जनप्रतिनिधियों से सुझाव प्राप्त करने तथा उनके शिकायतों को गंभीरता से सुनने के लिए हाल में एक जांच टीम गठित किया था। जिस टीम में कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद बीहट कृष्ण स्वरुप, अंचल अधिकारी बरौनी सुरज कांत, बरौनी बीडीओ अनुरंजन कुमार, महाप्रबंधक जिला उद्योग बेगूसराय ज्ञानेश्वरी किरण ,कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण राजीव कुमार चौधरी,कार्यपालक अभियंता पीएचडी प्रभात कुमार और अनुमंडल पदाधिकारी बेगूसराय राजीव कुमार सदस्य के रूप में और जिला आपूर्ति पदाधिकारी सोमनाथ सिंह बतौर अध्यक्ष नामित किए गए हैं।

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जिसपर जिला प्रशासन बेगूसराय के सदर एसडीओ राजीव कुमार ने डीएम के इस निर्देशों को ताक पर रखकर अपने स्तर से इंटर्नल जांच करने की बात बताते हुए कहा कि इस संबंध में हम किसी एनजीओ और अन्य लोगों से जानकारी एकत्रित कर लूंगा। इसमें स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों को शामिल नहीं किया जाएगा। हालांकि अध्यक्ष सोमनाथ सिंह के हस्तक्षेप के बाद बैठक में सम्मिलित किया गया। वहीं जांच टीम के अध्यक्ष सोमनाथ सिंह ने पैप्सी प्लांट के तरफ़ से उपस्थित रहे प्लांट हेड मनोज द्विवेदी से प्रश्न किया कि ऐसी शिकायतें आ रही है कि पैप्सी प्लांट के कारण यहां के आस-पास का भू जल स्तर में लगातार काफी गिरावट आ रही है।

जिस पर पैप्सी प्लांट की और से अपना मजबूत पक्ष रखते हुए प्लांट हेड मनोज द्विवेदी, एचआर हेड दिलीप कुमार मिश्रा तथा एच आर गौरव कुमार मिश्रा ने बताया कि बरौनी में प्लांट लगाने से पहले भी यहां का वाटर लेवल जांच कराई गई थी और 2022 में फैक्ट्री स्थापित करने के समय से ही दो दो पीजो मीटर लगाया है जो ऑटोमैटिक और ऑनलाइन है।यह लगातार यहां की वाटर लेवल को बताता है। किसी भी प्रकार से रिपोर्ट में अन्तर होने पर अविलंब अलर्ट सुचना एस एम एस के माध्यम से केन्द्र एवं प्लांट को भेजता है। इसमें आंकड़ों का अवलोकन करने पर 2022 में 5.7 मीटर, 2023 में 5.6 मीटर तथा 2025 में यह 5.3 मीटर पर आ गया है। यह अनुपात बढ़ते हुए क्रम में अंकित किया गया है।जो शुभ संकेत देता है यहां और आस-पास के भू जल स्तर का। वहीं दूसरी प्रश्न रखते हुए अध्यक्ष सोमनाथ सिंह ने कहा कि पैप्सी प्लांट पानी कहां से प्राप्त करता है और कितना प्रतिदिन भू-जल दोहन करता है।

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इसका प्रमाण पत्र कहीं से पैप्सी प्लांट को प्राप्त है क्या ॽ जिसपर अपना पक्ष रखते हुए प्लांट हेड मनोज द्विवेदी ने बताया कि पैप्सी प्लांट को सक्षम प्राधिकार द्वारा आदेश प्राप्त में निर्दिष्ट किया गया है कि वह 3237 के एल वाटर प्रतिदिन भू-जल दोहन कर सकता है। पर हमारे यहां मात्र 2000 के एल प्रतिदिन भू-जल दोहन किया जाता है। उपयोग में लाए गए पानी से निकले वेस्टेज पानी का ट्रिटमेंट कर तीन तालाबों के माध्यम से पृथ्वी में पहूंचाया जाता है। और शेष पानी का ट्रिटमेंट कर तथा रैन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम से संकलित कर उसे भी पृथ्वी के सतह तक पहूंचाया जाता है। इससे बचे पानी का उपयोग बॉयलर, वाटर कुलिंन टावर तथा वनस्पति पोषण में किया जाता है। यहां एक बूंद भर पानी का बर्बादी नहीं होता है। यहां लगातार जल स्तर में वृद्धि दर्ज किया गया है।

वहीं कार्यपालक अभियंता पीएचडी एवं बाढ़ नियंत्रण ने सवाल रखते हुए कहा कि पैप्सी फैक्ट्री एक लीटर वाटर तथा कोल्डड्रिंक तैयार करने में कितने लीटर पानी का उपयोग करता है। जिसपर जवाब देते हुए एच आर हेड दिलीप कुमार मिश्रा ने बताया कि पैप्सी प्लांट यहां 160 से 180 मीटर गहराई से पानी लिया जाता है। एक लीटर वाटर और कोल्डड्रिंक तैयार करने में मात्र 1.26 लीटर पानी का उपयोग करता है और इससे भी कम करने के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है। यहां वाटर यूसेज रेसिओ, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगा हुआ है। वहीं सदस्य सह महाप्रबंधक जिला उद्योग बेगूसराय ने प्रश्न रखते हुए कहा कि प्लांट को सक्षम प्राधिकार द्वारा एनओसी प्राप्त है क्या ॽ है तो साक्ष्य प्रस्तुत किया जाए। जिसपर एचआर हेड दिलीप कुमार मिश्रा ने कहा कि सक्षम प्राधिकारी द्वारा एन ओ सी प्राप्त है।

जांच करने पर ज्ञातव्य हुआ कि 16 जनवरी,25 तक इसका वैद्यता है। आगे उन्होंने कहा कि अवधि विस्तार के लिए 14 नवम्बर,24 को आवेदन किया गया। जो 25 नवम्बर को सबमिट हो गया है। मेल पर इसकी आधिकारिक पुष्टि हुई है। वहीं बीयाडा के एरिया मैनेजर ज्योति कुमारी ने प्रश्न किया कि जल और वायु प्रदुषण को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। इसपर आपकी क्या प्रतिक्रिया है। जिसपर पैप्सी का पक्ष रखते हुए प्लांट हेड मनोज द्विवेदी ने जांच टीम को बताया कि पर्यावरण, वायु और जल प्रदुषण को लेकर फैक्ट्री नॉर्म्स के अनुसार संयंत्र लगाए गए हैं जो ऑनलाइन और ऑटोमैटिक है वह प्रदुषण को लेकर अलर्ट सुचना एस एम एस के माध्यम से देता है तथा प्रदुषण विभाग द्वारा प्रमाण-पत्र प्राप्त है।

वहीं इस संबंध में जानकारी देते हुए जांच टीम के अध्यक्ष सह जिला आपूर्ति पदाधिकारी सोमनाथ सिंह ने बताया कि बरौनी प्रखण्ड मुख्यालय से सटे बीयाडा क्षेत्र स्थित वरूण वैवरेज पैप्सी प्लांट का स्थल एवं भौतिक निरीक्षण किया गया तथा कागजातों का अवलोकन किया गया है और प्लांट हेड मनोज द्विवेदी को निर्दिष्ट किया गया है कि किसी भी परिस्थिति में भू जल दोहन से भू जल स्तर पर कुप्रभाव नहीं पड़े। गंगा से जल प्राप्त कर उत्पादन शुरू करें । यहां एक और कोक फैक्ट्री स्थापित होगा समन्वय स्थापित कर इसके लिए मैप तैयार करने में जूट जाएं। यहां के स्थानीय लोगों को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार की गारंटी हो। सीएसआर फंड से आस-पास के क्षेत्रों में अधिक से अधिक विकासोन्मुखी कार्य किया जाए और सृजनात्मक कार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि जांच प्रतिवेदन सभी सदस्यों द्वारा तैयार किया जाएगा।जिसे जिला पदाधिकारी बेगूसराय के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।

मौके पर जांच टीम के अध्यक्ष जिला आपूर्ति पदाधिकारी सह अपर समाहर्ता सोमनाथ सिंह, सदस्य सह एसडीओ राजीव कुमार, मुख्य पार्षद नगर परिषद बीहट बबीता देवी, महाप्रबंधक जिला उद्योग बेगूसराय ज्ञानेश्वरी किरण, बरौनी बीडीओ अनुरंजन कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद बीहट कृष्ण स्वरुप , कार्यपालक अभियंता पीएचडी, कार्यपालक अभियंता बाढ़ नियंत्रण , वार्ड पार्षद अशोक सिंह,डीजीएम बीयाडा आदर्श कुमार, बीयाडा के एरिया मैनेजर ज्योति कुमारी, स्थानीय थानाध्यक्ष बरौनी रंजन कुमार ठाकुर , प्रभारी अंचल निरीक्षक नितिन कुमार सहित अन्य अधिकारी भी बैठक में शामिल थे।

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