बिहार सरकार के खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता के द्वारा इस अप्रैल माह की तपती गर्मी में लोगों के बीच कंबल वितरण किया था
डीएनबी भारत डेस्क

बिहार सरकार के खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता के द्वारा इस अप्रैल माह की तपती गर्मी में लोगों के बीच चादर का वितरण किया गया और जब यह बात सोशल मीडिया पर वायरल हुई तब अब मंत्री महोदय सफाई देते नजर आ रहे हैं । और सफाई भी ऐसी की जिसमें वह अपने ही सरकार की पोल खोल रहे हैं। खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता का कहना है कि आज भी लाखों लोग ऐसे हैं जो पेड़ के नीचे रहकर अपना समय काट रहे हैं।
उनके पास संसाधनों की कमी है। ऐसे में अगर उन्हें कंबल दिया गया तो फिर इसमें हाय तौबा मचाने की क्या आवश्यकता है। वहीं दूसरी और उन्होंने कंबल वितरण एवं अन्य समारोह में सम्मानित किए जाने वाले अंग वस्त्र को एक तराजू में तोला है एवं कहा है कि आज भी विभिन्न समारोह में विधायक हो या मीडिया के लोग हों उन्हें चादर से सम्मानित करते हैं ,तो क्या ऐसे में लोग उस चादर को फेंक देते हैं । मंत्री महोदय को यह पता नहीं की अंग वस्त्र एवं कंबल वितरण दोनों दो बातें हैं और वह एक समान नहीं हो सकती।
सुरेंद्र मेहता का कहना है कि 6 अप्रैल को भारतीय जनता पार्टी का स्थापना दिवस था और इसी मौके पर उनके द्वारा लोगों के बीच कंबल वितरण किया गया था लेकिन बाद में इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। मंत्री महोदय को यह पता नहीं की इस चैत और बैसाख की तपती गर्मी में उन्हें गरीबों की याद आई और याद भी ऐसी आई कि उन्होंने गरीबों के बीच कंबल वितरण कर गरीब एवं गरीबों का उपहास ही किया है।
डीएनबी भारत डेस्क