डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिले के तेघड़ा प्रखंड में अच्छे नंबर लाने के लिए संकल्पित होकर निरंतर पढ़ाई करने एवं घरों में अच्छे माहौल की जरूरत होती है। यह बात इंटरमीडिएट आर्ट्स विषय में राज्य की दूसरी सर्वाधिक अंक लाने वाली छात्रा रोकैया फातिमा की है। भगवानपुर प्रखंड की तकिया पंचायत निवासी मो अबु सालेह की पांचवीं पुत्री रोकैया फातिमा अपने कैरियर को लेकर पूरी तरह से बोल्ड और आशान्वित है। रोकैया फातिमा ने बताया कि उनके पिता उनका आदर्श हैं। उनकी मेहनत और बच्चों को पढ़ाई के प्रति लगातार मार्गदर्शन के कारण ही उन्हें इंटर में अच्छे अंक मिल पाए।

मो अबु सालेह कोलकाता में छोटी सी दुकान चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। फोन पर जब अपनी बेटी की रिजल्ट के बारे में जाने तो वह खुशी से झूम उठे। गांववालों ने प्रसन्नता जताते हुए कहा कि रमजान के पाक माह में यह खुशी दोगुनी करने वाला है। गौरतलब है कि अबु सलाहे की छह पुत्रियां ही हैं। लेकिन वह बेटे की तरह अपनी सभी बेटियों को पढ़ाया। इसका नतीजा है कि तीन बेटियां बीएड कर ली है। गांव तकिया में रोकैया फतिमा को बधाई देने के लिए लोगों का तांता लग गया। पूरे मोहल्ले में जश्न का माहौल है। इंटर की तैयारी के बीच गाइड कर रहे शिक्षक विक्रम कुमार ने बताया कि रोकैया काफी मेधावी छात्रा है।
दसमी की परीक्षा में भी वह जिला के टॉप टेन में उसका नाम था। उत्क्रमित उर्दू मध्य विद्यालय तकिया के एचएम मो अमानुल्लाह अंसारी ने बताया कि रोकैया की प्राथमिक शिक्षा इसी स्कूल से हुई है। वह हमेशा वर्ग में प्रथम स्थान रखती थी। तेयाय के बीएन हाई स्कूल की छात्रा रोकैया फातिमा सिविल सर्विसेज की परीक्षा में बैठना चाहती है। उनका सपना है कि वह प्रशासनिक सेवा में जाकर अपना कैरियर बनाना चाहती है। बीएन हाई स्कूल के प्रिंसिपल रामा रमण ने प्रसन्नता जताते हुए कहा कि सुदूर गांव के स्कूल की छात्रा का परिणाम हर्षित करने वाला है। रोकैया फतिमा की कामयाबी से स्कूला के शिक्षक भी गौरवान्वित हुए हैं।
बेगूसराय तेघड़ा संवाददाता शशि भुषण भारद्वाज की रिपोर्ट