डीएनबी भारत डेस्क
समस्तीपुर: रमजान – उल – मुबारक का पाक महीना रहमतों, बरकतों और अल्लाह की खास रहमतों से भरा हुआ है। यह महीना पूरी उम्मते मुस्लिमा (मुस्लिम समुदाय) के लिए नेकियों का खजाना और निजात का जरिया है। यह बाते मोहम्मद सफी अंसारी प्रदेश संयोजक मदरसा डेवलोपमेन्ट ऑर्गनाइजेशन बिहार सह सहायक शिक्षक मदरसा खुद्दाम ए मिल्लत ने कहीं। उन्होंने कहा कि रमजान का महीना वह वक्त है जब अल्लाह तआला शैतान को कैद कर देता है और अपने बंदों पर रहमतों की बरसात करता है ।

इस पाक महीने में रखे जाने वाले रोजे इंसान को नेकी, संयम और सच्चाई के रास्ते पर चलने की तालीम देते हैं। रोजे के जरिए इंसान को एक बेहतर और पाक जिंदगी जीने का प्रशिक्षण मिलता है। रोजेदार का जमीर उसे एक नेक इंसान बनने की सभी आदतें और सच्चे उसूलों पर चलने की तरबियत देता है | उन्होंने इस बात पर भी रोशनी डाली कि रमजान के पवित्र महीने में ही कुरआन पाक नाजिल हुआ।
इस पवित्र मौके पर सफी अंसारी ने सभी मुस्लिम भाइयों से अपील करते हुए कहा कि हम सभी भाई इस मुबारक महीने में अपने आस पास के गरीब भाइयों खास मदद करें जिनसे उनकी ईद भी खुशहाली के साथ हो सके साथ हम सब अपने मुल्क (देश) हिंदुस्तान की सलामती, अमन-चैन और अवाम की तंदुरुस्ती के लिए हर नमाज के बाद अल्लाह तआला से गिड़गिड़ाकर दुआ करें ।उन्होंने कहा कि रमजान के इस पाक महीने में की गई सच्चे दिल से मांगी गई दुआएं जरूर कबूल होती हैं ।
समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट