जब महिलाओं का चौमुखी विकास होगा तो स्वाभाविक रूप से समाज की दिशा एवं दशा भी बदलेगी-डीएम
डीएनबी भारत डेस्क
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बेगूसराय/केंद्र सरकार की ओर से महिलाओं के उत्थान के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है और महिलाओं के उत्थान के लिए खासकर जीविका के माध्यम से महिलाओं को प्रशिक्षित तथा जागरूक भी किया जा रहा है। आने वाले दिनों में बेगूसराय रोजगार के मामले में आत्मनिर्भर बने इसको लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने एक बड़ी पहल की है तथा टेक्सटाइल के क्षेत्र में बेगूसराय में उद्योग स्थापित हो इसके लिए प्रयास किये जा रहे हैं । उद्योग लगने से पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के प्रयास से जीविका दीदियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है जिससे कि आने वाले दिनों में वह आत्मनिर्भर हो सके एवं प्रशिक्षण लेकर जिले से बाहर भी जाकर बड़ी-बड़ी कंपनियों के साथ काम कर सकें।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि आज कृषि के बाद यदि सबसे अधिक रोजगार के अवसर हैं तो वह टेक्सटाइल के क्षेत्र में है और इसको देखते हुए उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में जीविका दीदियों को प्रशिक्षित करने का जिम्मा उठाया है। इसको लेकर आज पाचंबा में समर्थ योजना के माध्यम से बड़ी-बड़ी कंपनियों के साथ कार्य की शुरुआत की गई है जिसमें की जीविका दीदियों को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया जाएगा । चाहे वह सिलाई कढ़ाई से लेकर स्टिचिंग का काम हो ,जब महिलाएं प्रशिक्षित होंगे तब निश्चित रूप से वह रोजगार प्राप्त कर सकती हैं और अपने परिवार के साथ-साथ समाज तथा देश का भी विकास होगा।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज 10 करोड़ जीविका दीदिया आत्मनिर्भर बन चुकी है और आगे भी लोगों को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। जिला प्रशासन के सहयोग से जमीन को भी चिन्हित किया जा रहा है जिससे की बड़ी-बड़ी कंपनियों को बेगूसराय में प्लांट लगाने के लिए आमंत्रित किया जा सके। जब बड़ी-बड़ी कंपनियां आएंगी तो निश्चित रूप से रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे । वहीं बेगूसराय के डीएम तुषार सिंगला ने कहा कि जब महिलाओं का चौमुखी विकास होगा तो स्वाभाविक रूप से समाज की दिशा एवं दशा भी बदलेगी तथा महिलाएं आत्मनिर्भर होकर एक कुशल समाज का निर्माण भी करेंगे।
उन्होंने कहा की केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की पहल पर इससे पूर्व भी जीविका दीदियों के लिए कई प्रशिक्षण केंद्र खोले गए थे और अब इसे और विस्तारित किया जाएगा । जिले में प्रखंड स्तर पर भी जगह का चयन किया जा रहा है जहां प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएंगे एवं उनमें महिलाओं को जोड़ा जाएगा जिससे कि वह प्रशिक्षित होकर आत्मनिर्भर बन सके ।
डीएनबी भारत डेस्क