वसंत पंचमी पर भब्य मेला का किया जाता है आयोजन
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिले के भगवानपुर प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मोख्तियारपुर पंचायत के वासुटोल कविया गांव का सरस्वती मंदिर सज धज कर तैयार है। दशकों से होने वाले पूजनोत्सव की खासियत यह है कि सालो भर पिंडी के रूप में सरस्वती की पूजा होती है। अस्थाई रूप से लगने वाले दुकान आकार ले चुके हैं। यह प्राचीन मंदिरों में ऐसा इकलौता मंदिर है, जहां माता सरस्वती के मंदिर में पूरे वर्ष पिंडी के रूप में माता की पूजा- उपासना की जाती है।ग्रामीण अनमोल कुमार सिंह ने बताया कि मंदिर का उल्लेख अंग्रजों द्वारा करवाये गए सर्वे में भी है।मंदिर का निर्माण नागर शैली में किया गया है।
मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा वैदिक विधि विधान के साथ की जा चुकी है। देश भर में माता सरस्वती का शायद यह सिर्फ दूसरा मंदिर है जहां सदियों से नियमित रूप से प्रतिदिन माता के पिंडी रूप की पूजा होती है।मां शारदे के साथ रहती हैं उनकी दो सखियां, महिलाएं गाती है विदाई गीत व समदन -माता की प्रतिमा विसर्जन का विधि-विधान भी अनूठा है। दशमी तिथि को कलह विसर्जन के बाद प्रतिमा विसर्जन में महिलाएं विदाई गीत,समदन व भजन करते हुए वातावरण को भावुक बना देती हैं।मां सरस्वती के प्रतिमा के साथ उनकी दो सखियां भी रहती हैं। महिला, बच्चे व बुजुर्ग ढोल बाजे के साथ माता सरस्वती को विदा करने जाते हैं।परंपरा अनुसार माता अपने ससुराल जाने से पूर्व अपने मायके की सभी बेटियों से विदाई लेने जाती है।
पूरे वर्ष आसपास व अन्य जिले के लोग मन्नत मांगने व मनोकामना पूर्ण होने पर श्रद्धा अर्पित करने अपने परिजनों के साथ आते हैं।3 फरवरी को पूजा प्रारंभ होता है। 4 फरवरी से मंदिर का पट सभी लोगों के लिए खुलेगा।4 फरवरी से 9 फरवरी तक मंदिर परिसर में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा चार फ़रवरी को जागरण उसके बाद अल्ला रुदल सहित अन्य सस्कृतिक कार्यक्रम होगा ।मेला खास कर फर्नीचर की बिक्री के लिए काफी प्रसिद्ध है जहां लोग अपनी जरूरत के अनुसार फर्नीचर का क्रय करते हैं। मेला समाप्ति के बाद भी फर्नीचर का दुकान कुछ दिन तक लगा रहता है।फर्नीचर का दाम कम होने के कारण लोग यहां से खरीदना पसंद करते हैं।
राजकीय मेले का दर्जा देने का सरकार से की मांग: –
पूजा समिति के अध्यक्ष अनमोल कुमार सिंह,कोषाध्यक्ष दिनेश झा, अंकुर कुमार, पुष्कर कुमार सिंह,राकेश कुमार सिंह,अभय कुमार सिंह,रमेश कुमार सिंह,सुजीत कुमार सहनी,हरेराम सिंह, राहुल सिंह,राम भरोस महतों,रामपुकार महतो, भूषण महतो, कपिलदेव महतो,राज किशोर राय, उपेंद्र पासवान आदि ने बताया कि आयोजित मेले पर सरकार को ध्यान देना चाहिए एवं मेला को राजकीय दर्जा दिया जाना चाहिए।पूजा समिति के सदस्य व ग्रामीण मेला को सफल बनाने में लगे हैं।
बेगूसराय भगवानपुर संवाददाता गणेश प्रसाद की रिपोर्ट