समस्तीपुर में जन आशीर्वाद कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पहुंचे थे निशिकांत सिन्हा
डीएनबी भारत डेस्क
समस्तीपुर:किसी भी समाज को मजबूत बनाने के लिए शिक्षा का मजबूत होना जरूरी है। बिहार में शिक्षा व्यवस्था के साथ ही लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति खराब है। बिहार के युवा बदलाव चाह रहे हैं। उद्योगपति व समाजसेवी निशिकांत सिन्हा ने उक्त बाद समस्तीपुर में कहीं। बात बदलाव की, बात बिहार की कार्यक्रम के तहत वह समस्तीपुर में जन आशीर्वाद कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में लोग सिर्फ डिग्रियां के लिए पढ़ाई कर रहे हैं। जिस कारण लगातार बेरोजगारी बढ़ती जा रही है।
मिडिल स्कूल के स्तर से ही बच्चों में स्किल डेवलपमेंट पर काम करना होगा। तभी नए उद्यमी पैदा होंगे और लोग रोजगार की तलाश में दूसरे प्रदेशों की ओर रूख नहीं करेंगे।राजनीति में आने की कोई इच्छा नहीं है। पिछले 5 साल से समाज सेवा के क्षेत्र में काम कर रहे हैं। बात बदलाव की बात बिहार की कार्यक्रम के तहत वह अलग-अलग जिलों में जाकर लोगों से बात कर रहे हैं उनकी समस्या सुन रहे हैं।उस समस्या के समाधान को लेकर काम कर रहे हैं। आगामी विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़ने को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि राजनीति में कोई रुचि नहीं है।
हालांकि बिहार भ्रमण के दौरान अगर यहां के लोग एक विकल्प के तौर पर उन्हें चाहेंगे तो वह राजनीति में आ भी सकते हैं। शिक्षा में बदलाव की चाहत हैl कहा कि बिहार में खासकर मैं शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहा हूं। प्रत्येक साल 30 से 40 बच्चों को गोद लेकर उच्च शिक्षा के लिए दिल्ली, कोटा आदि जगहों पर भेजा। बिहार में शिक्षा को लेकर बदलाव चाह रहे हैं। सामान्य शिक्षा के अलावा स्कूल स्तर से ही स्किल डेवलपमेंट के क्षेत्र में अगर कार्य किया जाए तो आने वाले कुछ वर्षों में बिहार शिक्षा के क्षेत्र में भी एक अलग स्थान बना लेगा।
छात्रावास और धर्मशाला भी बनाएंगे उन्होंने कहा कि बिहार का बेटा होने के कारण वह बिहार के लोगों के विकास को लेकर काम करना चाहते हैं। पिछले 20 सालों की मेहनत के बल पर उद्योग के क्षेत्र में अपना स्थान बनाया है। बिहार में गरीब बच्चों के लिए छात्रावास के साथ ही धर्मशाला का भी निर्माण कराना चाहते हैं। सम्राट अशोक और चंद्रगुप्त मौर्य की तरह बिहार को भी आत्मनिर्भर राज्य बनाने और सबको उसके हिस्से की भागीदारी दिलाने के लिए जागने की कोशिश कर रहे हैं।
समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट