बेगूसराय जिले के खोदावंदपुर प्रखंड में झोलाछाप के चिकित्सक के चक्कर में गयी महिला की जान
घटना मेघौल पंचायत के वार्ड 14 स्थित राजनंदिनी संजीवनी हॉस्पिटल की है।
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिले के खोदावंदपुर प्रखंड अन्तर्गत मेघौल स्थित राजनंदनी संजीवनी नमक हॉस्पिटल में प्रसूता की मौत हो गयी.मंगलवार की दोपहर 30 वर्षीय अमृता कुमारी नामक एक महिला को प्रसव पीड़ा के दौरान झोलाछाप चिकित्सक के इलाज की चक्कर में अपनी जान गवा बैठी। थाना क्षेत्र के मेघौल वार्ड 14 स्थित राजनंदिनी संजीवनी हॉस्पिटल की है।
महिला का मौत होते ही चिकित्सा एवं अस्पताल के तमाम कर्मी फरार हो गए। महिला के मौत की जानकारी मिलने पर गांव से पहुंचे उनके स्वजनों ने स्पताल में हंगामा किया। सूचना पर पहुंचे थाना अध्यक्ष मिथिलेश कुमार एस आई सुबोध कुमार के नेतृत्व में खोदावंदपुर की पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को समझा बूझाकर शांत किया।
क्या है मामला
मृतक के स्वजनों ने बताया कि तीन दिन पूर्व चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र के अर्जुन टोल निवासी एवं सकरवासा पंचायत के गाढ़सायल टोला निवासी अवध किशोर महतो का 30 वर्षीय पुत्री अमृता कुमारी को प्रसव के लिए राजनंदिनी संजीवनी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहां उक्त महिला ने एक स्वस्थ बच्ची को जन्म दिया। प्रसव के पश्चात वह महिला इस अस्पताल में इलाजरत थी। इलाज के क्रम में ही मंगलवार की दोपहर महिला का तबीयत अत्यधिक रक्त शराव होने के कारण अचानक बिगड़ गयी और उसकी मौत हो गई।
अमृता के मौत होते ही अस्पताल के तथा कथित चिकित्सक एवं तमाम कर्मी हॉस्पिटल छोड़कर फरार हो गए। समाचार प्रेषण तक मामले को सॉर्ट आउट करने की प्रक्रिया चल रही है। थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि हमने मृतक के स्वजनों को बता दिया है यदि आपको केस करना है तो लिखकर आवेदन दीजिए या केस नहीं करना है तो वह भी लिखकर के दीजिए। अभी तक उन लोगों ने इस प्रकार का कोई आवेदन नहीं दिया है। आगे मृतक महिला के स्वजनों द्वारा जैसा आवेदन दिया जाएगा उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। बताते चलें कि इन दिनों थाना क्षेत्र में अनेक अवैध नर्सिंग होम संचालित किया जा रहा हैं।
जिनके झांसे में आकर गांव देहात से अशिक्षित एवं गरीब परिवार के लोग इनके दोहन शोषण का शिकार तो होते ही हैं । इन लोगों के चक्कर में जान भी गवाना पड़ता है। इसके पूर्व भी खोदावंदपुर ,दौलतपुर , चालाकी, मकररी,मेघौल इत्यादि जगहों पर संचालित अवैध क्लिनिको में महिला एवं पुरुष कई लोगों की गलत ईलाज के कारण मौत हो चुकी है। तमाम जानकारी रहने के बावजूद बेगूसराय का स्वास्थ्य महकमा बेखबर सोई हुई है ।अनपढ़ गवार ,अशिक्षित गांव देहात के लोग अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम,निजी क्लिनिक संचालकों के दोहन,शोषण का शिकार हो रहे हैं। इतना ही नहीं असमय ही कई लोगों को अपनी जान गवाना भी पड़ रहा है।
बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नितेश कुमार की रिपोर्ट