बेगूसराय के एमआरजेडी कॉलेज के शिक्षक और प्रिंसिपल के गिरफ्तारी की मांग को लेकर छात्र संगठनों ने दी आंदोलन की चेतावनी

shikshak

0

डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय के एमआर जेडी कॉलेज में 24 अक्टूबर को परीक्षा के दौरान छात्र और उसके परिजनों की पिटाई का मामला अब लगातार तूल पकड़ता ही जा रहा है। वहीं एमआरजेडी कॉलेज के शिक्षक और प्रिंसिपल के गिरफ्तारी को लेकर लगातार छात्र संगठनों के द्वारा आंदोलन करने को मजबूर है।वहीं 72 घंटा बीत जाने के बाद भी पुलिस के द्वारा एकआरजेडी कॉलेज के शिक्षक और प्रिंसिपल की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज छात्र संगठन के द्वारा उग्र आंदोलन करने को चेतावनी दी है। इस दौरान छात्र नेता ने जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि 72 घंटा बीत गया है। लेकिन पुलिस अभी तक आरोपी प्रिंसिपल और शिक्षक की गिरफ्तारी नहीं की है जिससे साफ जाहिर लग रहा है कि कहीं ना कहीं पुलिस की गठजोड़ दर्शाता है।

उन्होंने कहा है कि अगर गिरफ्तारी नहीं पुलिस के द्वारा की जाती है तो सड़क पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे इसकी जवाब दी जिला प्रशासन की होगी। उन्होंने कहा है कि जिस तरीके से शिक्षकों के द्वारा बेहरमी से छात्र एवं छात्राओं सहित उनके परिजनों की पिटाई की गई है। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि वह शिक्षक नहीं है वह गुंडे हैं। वैसे गुंडे को जिला प्रशासन अभिलंब गिरफ्तार कर उसे जेल भेजें। इस घटना के बाद पूर्व प्राचार्या अशोक सिंह शिक्षक एवं उसके पुत्र प्रिंसिपल अमित कुमार फरार है। आपको बताते चले की 24 अक्टूबर को एमआर जेडी कॉलेज के शिक्षकों के द्वारा गुंडागर्दी मामला सामने आया था।

जहां छात्र एवं छात्राओं सहित परिजनों के साथ जमकर लाठी डांटे से बेरहमी से पिटाई की थी। इस पिटाई की मामले के तूल पकड़ने के बाद विश्वविद्यालय ने अगले आदेश तक इस कॉलेज में सभी परीक्षा के संचालक पर रोक लगा दी गई है।परीक्षा रोक के संबंध में जारी पत्र में कहा गया है कि यूजी सेमेस्टर 2 सीबीसीएस 2013, 27 की परीक्षा के दौरान 24 अक्टूबर को हुई घटना का निरीक्षण करने के लिए समिति गठित हुई समिति ने रिपोर्ट प्रस्तुत किया है। रिपोर्ट मिलने के बाद कुलपति ने उक्त कालेज में अगले आदेश तक सैध्दांतिक परीक्षा आयोजित करने पर रोक लगा दिया है। इस दौरान ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति ने राजद कॉलेज के शासी निकाय को भी भंग कर दिया है।

आपको बताते चले कि इस घटना के बाद आरोपी शिक्षक और प्रिंसिपल पुलिस के भय से फरार है।वहीं पुलिस गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। वहीं पूर्व पाचार्य अशोक कुमार सिंह का फोटो भी कई नेता के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिससे पुलिस पर भी बहुत बड़ा सवाल खराब होते नजर आ रहा है क्योंकि गिरफ्तारी नहीं होने से सभी छात्र संगठन के नेता में काफी रोज पुलिस के खिलाफ देखी जा रही है।

डीएनबी भारत डेस्क

- Sponsored -

- Sponsored -