डीएनबी भारत डेस्क
समस्तीपुर सदर अस्पताल से आये दिन कुव्यवस्था की मिल रही शिकायत के बाद डीएम के निर्देश पर सदर एसडीओ दिलीप कुमार ने औचक निरीक्षण किया। एसडीएम के औचक निरीक्षण से वहां उपस्थित कर्मियों में खलबली मच गई। इस दौरान सदर अस्पताल के उपाधीक्षक नदारद रहे। हालांकि वह जब तक पहुंचे तब तक एसडीओ निरीक्षण कर निकल चुके थे। इधर निरीक्षण के दौरान एसडीओ ओपीडी भवन, इमरजेंसी, एसएनसीयू, लेवर रूम, पीकू वार्ड, एक्स-रे, सीटी स्कैन व निर्माणाधीन भवनों का निरीक्षण किया।
इस दौरान ओपीडी भवन स्थित रक्त जांच केंद्र में ताला लटका मिला जिसपर एसडीओ ने नाराजगी जताई। इसके बाद एसडीओ इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में उन्होंने स्नैक बाइट की दवा एंटी वेनम की उपलब्धता की जानकारी ली साथ ही रजिस्टर चेक किया। रजिस्टर प्रॉपर मेंटेन नहीं होने को लेकर अस्पताल प्रबंधक को फटकार लगाई। वहीं एसडीएम सदर अस्पताल में डेंगू के मरीजों के लिए अब तक विधिवत वार्ड नहीं बनाये जाने को लेकर भी नाराजगी व्यक्त की। वहीं निर्माणाधीन एमसीएच भवन उद्घाटन से पहले ही खराब होना शुरू हो गया जिसपर उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन के माध्यम से जांच करा विभाग को भेजा जाएगा।
अगर गुणवत्ता की समस्या होगी तो संबंधित एजेंसी के खिलाफ भी लिखकर विभाग को भेजा जाएगा। इसके अलावे रोस्टर भी उन्होंने चेक किया।विभिन्न विभागों में एक ही समय में एक ही डॉक्टर की ड्यूटी रहने पर उन्हें अस्पताल प्रबंधन के द्वारा बताया गया कि अभी एमबीबीएस डॉक्टरों की परीक्षा चल रही है उसी में डॉक्टर गये हुए हैं। जितने डॉक्टर अस्पताल में हैं, उन्हीं से हर विभाग में ड्यूटी ली जा रही है।
इसके अलावा अस्पताल की विवादित जमीन की जल्द से जल्द चाहरदीवारी भी कराने का उन्होंने निर्देश दिया। अस्पताल में निर्माण कार्य के कारण जगह-जगह जल-जमाव की स्थिति बनी हुई थी जिसपर उन्होंने आवश्यक निर्देश दिये। हालांकि एसडीओ ने यह भी कहा की पहले की अपेक्षा सदर अस्पताल की व्यवस्था में बदलाव आए हैं और सुधार भी हुआ है। आगे जो भी कमी है उसमें भी सुधार कर लिया जाएगा।
समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट