सिमरिया गंगा तट पर चलने वाले राजकीय कल्पवास मेला सह अर्द्धकुंभ की तैयारी युद्धस्तर पर चल रही है-सुजीत सुमन

कल्पवास को लेकर विभिन्न जगहों से साधु-संतों का सिमरिया आना शुरू हो चुका है।

डीएनबी भारत डेस्क

आगामी 18 अक्टूबर से लेकर 27 नवम्बर तक सिमरिया गंगा तट पर चलने वाले राजकीय कल्पवास मेला सह अर्द्धकुंभ की तैयारी युद्धस्तर पर चल रही है।जहां कल्पवास और मेला क्षेत्र के रास्तों पर मिट्टी भराई, समतलीकरण के लिए रोलर चल रहे हैं तो कहीं सड़क का कालीकरण किया जा रहा है। मेला क्षेत्र में उद्घाटन, सूचना केन्द्र,अस्पताल के लिए दो बड़े-बड़े पंडालों का निर्माण कार्य चल रहा है तो कहीं भीड़ के मद्देनजर घाट किनारे दुकानों को हटाया जा रहा है।

खास करके अर्द्धकुंभ के अवसर पर शाही स्नान के लिए पुल से लेकर एक नंबर स्नान घाट तक घाट किनारे लगे कुल 14 दुकानों को हटाकर सामने शिफ्ट कराया जा रहा है। इसके लिए होटल वालों को अपनी दुकान सामने से खाली करके पीछे गाइड बांध तक ले जाने के लिए डिमार्केशन कर दिया गया है।बरौनी सीओ सुजीत सुमन ने बताया कि इससे स्नान घाट पर काफी जगह बनेगी और भीड़ की संभावना को देखते हुए सुरक्षित स्नान के लिए मुफीद भी रहेगी।श्रद्धालुओं के लिए करीब चालीस फीट का रास्ता दोनों दुकानों के बीच से निकाला जायेगा।

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साधु-संतों का सिमरिया आना शुरू:–

कल्पवास को लेकर विभिन्न जगहों से साधु-संतों का सिमरिया आना शुरू हो चुका है। उनके लिए जगह का आवंटन कर दिया गया है,जहां टेंट-पंडाल लगाने का काम उन्होंने शुरू कर दिया है। फिलवक्त सिमरिया कल्पवास में शामिल होने के लिए महंत विष्णुदेवाचार्य,बौआ हनुमान,बौआ भगवान,आचार्य किशोरी शरण,रामायणी वैष्णव दासजी महाराज,कथा वाचक नंद दास,लाडली दासजी महाराज,गजाधर दासजी महाराज,हरिकृष्ण शास्त्री,गाहर महंत का आगमन हो चुका है.एक-दो दिनों के भीतर बांकी साधु-संत भी अपने खालसाधारियों के साथ आने की सूचना है।

विदित हो कि संक्रांति से संक्रांति तक कल्पवास करने वाले 18 या 19 अक्टूबर तक और पूर्णिमा से पूर्णिमातक कल्पवास करने वाले साधु-संत 28 अक्टूबर को अपने खालसा में ध्वजारोहण करेंगे।

बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट

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