वीरपुर में नियोजित शिक्षक हुए उग्र,मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री का किया पुतला दहन

राज्य सरकार जानबूझकर शिक्षकों को विद्यालय से बाहर कर सड़क पर उतरने को मजबूत कर दिया है, ऐसे में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बच्चों को कैसे मिल पाएगा।

डीएनबी भारत डेस्क

शिक्षक संघर्ष मौर्चा के आह्वान पर दो सूत्री मांगों को लेकर वीरपुर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों में कार्यरत नियोजित शिक्षकों ने शनिवार को बीआरसी वीरपुर के समक्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व उप तेजस्वी यादव का पुतला फूंका। जिसका नेतृत्व टीईटी के राज्य संयोजक राजू सिंह के रहे थे। इस दौरान आक्रोशित शिक्षकों ने नीतीश-तेजस्वी मुर्दाबाद,बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा दो,शिक्षकों के ऊपर किये जा रहे दंडनात्मक कार्रवाई वपास लो,शिक्षकों को प्रताड़ित करना बंद करो,वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये मीटिंग करना बंद करो,आदि नारे लगा रहे थे।

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शिक्षकों ने कहा कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के.पाठक को पुणह यह सरकार शिक्षक व शिक्षा विरोधी नीति को लाकर शिक्षकों प्रताड़ित कर रही है। शिक्षा के अधिकार कानून लागू होने के 13 वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक छात्र शिक्षक अनुपात करीब दोगुना हो पाया है। वहीं दूसरी तरफ विभागीय अधिकारी व कर्मी भ्रष्टाचार का डंक मारने में लगे हुए हैं।

टीईटी के प्रखंड अध्य्क्ष चंदन ठाकुर,संतोष महतो,ओमप्रकाश आदि ने कहा कि राज्य सरकार जानबूझकर शिक्षकों को विद्यालय से बाहर कर सड़क पर उतरने को मजबूत कर दिया है। ऐसे में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बच्चों को कैसे मिल पाएगा। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के. पाठक व शिक्षा मंत्री के बीच जब समायोजन नहीं होती है तो वे लोग शिक्षकों पर ही गुस्से का इजहार करते हैं।

उन्होंने कहा जल्द से जल्द हमारी मांगे पूरी की जाए नहीं तो आगे व्यापक रूप से आंदोलन करने की चेतावनी दी। मौके पर शिक्षिका मीना कुमारी,पुष्पलता कुमारी,शिक्षक राम नरेश प्रसाद दिनकर,मनोहर विद्यार्थी,अनील कुमार,मुकेश कुमार, कन्हैया कुमार,नीरज कुमार,रौशन कुमार सहित सैकड़ों शिक्षक व शिक्षिका मौजूद थी।

बेगूसराय,वीरपुर संवादाता गोपल्लव झा की रिपोर्ट

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