हिन्दी बाल साहित्य शोध संस्थान दरभंगा का शिखर सम्मान भवानंदपुर के डॉ जाफरी को मिलने से जिलेवासियों में हर्ष

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डीएनबी भारत डेस्क 

बाल साहित्य की प्रसिद्ध शोध संस्था हिन्दी बाल साहित्य शोध संस्थान दरभंगा का हर वर्ष दिया जाने वाला बाल साहित्य सम्मान कालिदास रंगालय पटना के एक शानदार कार्यक्रम में वीरपुर प्रखंड के भवानंदपुर निवासी रचनाकार और मिर्ज़ा ग़ालिब कॉलेज गया के हिन्दी विभाग के प्राध्यापक डॉ जियाउर रहमान जाफरी को प्रदान किया गया। उन्हें इस अवसर पर आरसी प्रसाद सिंह शिखर बाल साहित्य सम्मान 2023 से सम्मानित किया गया।

यह सम्मान उन्हें हालिया दिनों में हिन्दी बाल कविता की पुस्तक ‘आख़िर चाँद चमकता क्यों है ‘पर प्रदान किया गया। उल्लेखनीय है कि जाफरी की कुल आठ प्रकाशित पुस्तकों में से तीन बाल कविता की पुस्तक है। उनकी एक बाल साहित्य की पुस्तक ‘मैं आपी से नहीं बोलती ‘का प्रकाशन बिहार सरकार के मंत्रिमंडल सचिवालय के अनुदान से प्रकाशित हुआ था। जाफरी की एक बाल कविता हाट महाराष्ट्र के पाठ्यक्रम में भी शामिल है। इस सम्मान समारोह में बाल पुस्तकों का लोकार्पण, गोष्ठी और बाल कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया।

जाफरी को सम्मानित करते हुए प्रसिद्ध बाल साहित्यकार भगवती प्रसाद द्विवेदी ने कहा कि बाल साहित्य संस्कार की पाठशाला है। आज जो हमारा चरित्र गिर रहा है, उसका कारण यह है कि बच्चों को बाल साहित्य से अलग रखा जा रहा है। कार्यक्रम के संयोजक और जाने माने बाल साहित्यकार डॉ सतीश चंद्र भगत ने अपनी बात रखते हुए कहा कि बाल साहित्यकार को पता है कि आज के बच्चे कल के सच्चे नागरिक हैं‌। बाल साहित्यकार सिर्फ रचना हीं नहीं करते बच्चों का मानसिक विकास भी करते हैं।

जाफरी को यह सम्मान मिलने से वीरपुर प्रखंड क्षेत्र समेत बेगूसराय के साहित्यकारों ने इस सम्मान के लिए जाफरी को शुभकामनायें दी हैं।

बीरपुर, बेगूसराय से गोपल्लव

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