बछवाड़ा क्रांतिकारियों की धरती रही है, यहां भाकपा मार्क्सवादी के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने किसान व मजदूर के हक व हकुक की लड़ाई को लेकर अपनी शहादत दी- रामोद कुंवर

DNB BHARAT DESK

डीएनबी भारत डेस्क 

बेगूसराय जिले के बछवाड़ा प्रखंडमें के रानी एक पंचायत के बछवाड़ा बाजार स्थित रेलवे लोहिया मैदान बछवाड़ा में भाकपा मार्क्सवादी कार्यकर्ताओं के द्वारा संकल्प सभा सह श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। श्रद्धांजलि संकल्प सभा में प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों के सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने शिरकत किया। विभिन्न पंचायतों के कार्यकर्ताओं ने ढोल बाजे नगाड़े हाथी घोड़ों के साथ जुलूस निकालकर नाचते झूमते हुए शहीद स्मारक पर पहुंचे। जहां कार्यकर्ताओं ने शहीद कॉमरेड भासो कुंवर व शहीद कॉमरेड गंगानंद राय के प्रतिमा व तैलय चित्र पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया।बछवाड़ा क्रांतिकारियों की धरती रही है, यहां भाकपा मार्क्सवादी के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने किसान व मजदूर के हक व हकुक की लड़ाई को लेकर अपनी शहादत दी- रामोद कुंवर 2

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भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करने के उपरांत कार्यकर्ताओं का जुलूस रेलवे लोहिया मैदान बछवाड़ा पहुंचा जहां सभा में तब्दील हो गया। संकल्प सभा कार्यक्रम में समूचे जिले के गणमान्य मार्क्सवादी कार्यकर्ता मौजूद थे। संकल्प सभा कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉमरेड रामोद कुमार ने किया। वहीं कार्यक्रम का संचालन मोहम्मद मोनाजिर हसन ने किया। कार्यक्रम में मौजूद कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कॉमरेड रामोद कुंवर ने कहा कि बिहार सरकार किसान व मजदूर विरोधी है सरकार की नीति किसान व मजदूरों के शोषण करने वाली नीति है। इसलिए भाकपा मार्क्सवादी कार्यकर्ताओं को पार्टी की नीति वसूल को पचाने के लिए जगने की जरूरत है। बछवाड़ा क्रांतिकारियों की धरती रही है। जहां भाकपा मार्क्सवादी के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने किसान व मजदूर के हक व हकुक की लड़ाई को लेकर अपनी शहादत दी है।

संकल्प सभा में हम तमाम कार्यकर्ता अपने पार्टी के नीति और सिद्धांत को बचाने तथा अपने शहीद कार्यकर्ताओं के बचे हुए कार्यों को पूरा करने का संकल्प लें। अपने शहीद साथियों के बचे हुए कार्यों को पूरा करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। उन्होंने कहा कि आज अगर बेगूसराय जिले में सरकार द्वारा चीनी मिल की स्थापना की जाती तो यहां के सैकड़ों मजदूरों को रोजगार मिलता साथ ही किसानों को खेती में उगाया गया फसल का बाजार मिलता। आज उचित बाजार नहीं रहने के कारण किसानों को अपनी फसल बिचौलियों के हाथों ने औने पौने भाव में बेचना पड़ता है। सरकारी गोदाम के नाम पर व सरकारी आदेश की कार्य खानापूर्ति किया जा रहा है। सरकारी कर्मी बेलगाम हो चुके हैं सरकारी आदेश के बावजूद भी यहां के सैकड़ों विस्थापित परिवार जो सड़क के किनारे आशियाना बना कर अपना जीवन बसर कर रहे हैं लेकिन वर्षो बीत जाने के बाद भी उन भूमिहीन परिवारों को बास की जमीन उपलब्ध नहीं कराया जा सका। लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत सरकार द्वारा दिए जाने वाले शौचालय की राशि में भी दो हजार रुपए का नजराना लिया गया। बाढ़ से सुरक्षा के नाम पर करोडो रूपया सरकारी खजाना से निकासी के बावजूद भी क्षेत्र के लोगों को बाढ़ से सुरक्षा नहीं हो पाती है और दियारा क्षेत्र के लोग बाढ़ के समय आते ही अपने घर से बेघर होने को विवश होना पड़ता हैं।

बछवाड़ा क्रांतिकारियों की धरती रही है, यहां भाकपा मार्क्सवादी के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने किसान व मजदूर के हक व हकुक की लड़ाई को लेकर अपनी शहादत दी- रामोद कुंवर 3

उन्होंने कहा कि भाकपा माओवादी कार्यकर्ताओं ने भय भूख व भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करते आई है। जिसको लेकर के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने शहादत दी है। कार्यकर्ताओं के शहादत बचाए रखने के लिए आंदोलन करते रहेगी। है भूख व भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए लाल झंडे को बुलंद करना होगा। आज की सभा में हम तमाम शहीदों को याद करते हुए उनके बचे हुए कार्यों को पूरा करने का संकल्प लें यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। मौके पर कॉमरेड उमेश सिंह, रामकरण कुंवर, रामानंद साह, जगदीश पोद्दार, कुंदन सिंह, विट्टू कुमा, रामदास, मो कासीम, शंकर साह, ओम प्रकाश यादव, संजय यादव समेत हजारो की संख्या में कार्यकर्त्ता उपस्थित थे।

बेगूसराय बछवाड़ा संवादाता सुजीत कुमार 

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