नालंदा में पुण्यतिथि कार्यक्रम में नर्तकियों के अश्लील फूहड़ डांस का आयोजन, शरीक हुए कई गणमान्य

DNB Bharat Desk

 

डीएनबी भारत डेस्क 

पिता के मरने के बाद अक्सर पुत्र के द्वारा पिता की आत्मा की शांति के लिए उसके अस्थि कलश को गंगा में विसर्जन कर मृतक की आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना करते हैं। लेकिन नालंदा जिले के बिंद प्रखंड के जमसारी पंचायत के गोविंदपुर गांव में एक कलियुगी पुत्र के द्वारा अपने मृत पिता के वार्षिक श्राद्धकर्म के मौके पर मूर्ति अनावरण का कार्यक्रम रखा गया। इस मूर्ति अनावरण के मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता व हिलसा के पूर्व विधायक शक्ति सिंह यादव, जदयू के राष्ट्रीय महासचिव इंजीनियर सुनील, अस्थावां विधानसभा के पूर्व राजद प्रत्याशी अनिल महाराज, भारतीय जनता पार्टी के नेता व कथाराही पंचायत के मुखिया अनिल कुमार उर्फ रामचंद्र बिंद मौजूद रहते है।

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कहने को तो बीजेपी और महागठबंधन दोनों एक दूसरे के विपक्षी हैं लेकिन जब इस तरह के कार्यक्रम की बात आती है तो ऐसे समय में सभी नेता एक ही मंच पर नजर आकर इंसानियत का परिचय देते हैं। जैसा कि इस मूर्ति अनावरण के मौके पर दिख भी रहा है। इस दौरान राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने मूर्ति का अनावरण करके एक छोटी सी सभा को भी संबोधित किया। अतिथि इस कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद गंतव्य स्थान की ओर निकल गए। गणमान्य लोगों के जाते ही श्राद्धकर्म के मंच पर रात भर नर्तकियों के द्वारा अश्लील गानों पर अश्लील नाच करवाया गया।

गौरतलब है कि राजद नेता अजय यादव के पिता बोधी यादव की मृत्यु 1 साल पहले हुई थी। उनके मृत्यु के 1 साल बाद इनके पुत्र के द्वारा स्वर्गीय बोधि यादव के सम्मान में गोविंदपुर गांव में समाजसेवी बोधी यादव के मूर्ति अनावरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था और इसी मूर्ति अनावरण कार्यक्रम के बाद रात भर नर्तकियों के द्वारा अश्लीलता परोसी गई। एक और समाजसेवी स्वर्गीय बोधी यादव के समाज के द्वारा किए गए कार्यों को बताने का काम किया एवं उनके आदर्शों को पालन करने का शपथ लिया। वही चंद घंटों के बाद लोगों ने स्वर्गीय बोधी यादव की आत्मा की शांति के लिए रात भर नर्तकियों का नाच करवाकर उन्हें अच्छा सम्मान देने का काम किया। अब सवाल यह उठता है की इस नाच कार्यक्रम को लेकर बिंद थाना से परमिशन ली गई थी या नहीं इस बात की जानकारी अभी तक नहीं हो पाई है।

नालंदा से ऋषिकेश

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