प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए चिंतित होने की आवश्यकता नहीं बल्कि चिंतन और मनन की आवश्यकता है – श्रावणी कुमारी
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय में स्थित गणेशदत्त महाविद्यालय में नए सत्र के प्रतियोगी छात्र- छात्राओं के बीच प्राक परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र द्वारा प्रेरण सत्र का आयोजन किया गया। प्रेरण सत्र की अध्यक्षता गणेशदत्त महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ राम अवधेश कुमार ने की। इस अवसर पर प्राक परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र के नए सत्र का शुभारंभ प्रशिक्षु आरडीओ शेफाली के द्वारा दीप जलाकर किया गया। स्वागत भाषण केंद्र के निदेशक डॉ शशिकांत पांडेय ने किया। जबकि मंच संचालन डॉ कुंदन कुमार ने किया।
इस अवसर पर प्रेरण सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में शेफाली ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आपको लगातार प्रश्नों को देखना होगा, क्योंकि प्रश्नों में पैटर्न में बदलाव हो रहे है। शेफाली ने कहा कि हम प्रायः प्री की तैयारी में ही हम समय खपत कर लेते हैं जबकि प्री और मेंस के बीच अब ज्यादा समय नहीं मिल पाता है। इसलिए दोनों तैयारी को साथ लेकर चलना होगा। शेफाली ने कहा कि केवल ज्ञान के ही आधार पर आप प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल नहीं हो सकते हैं बल्कि इसके लिए सतत रूप से अभ्यास करने की आवश्यकता है। उन्होंने छात्रों को एनसीईआरटी सहित अन्य महत्वपूर्ण पाठ्य सामग्रियों को भी अपनी सूची में डालने की बात कही। कहा कि विषय वार और पूछे गए प्रश्नों को भी तैयार कर जाने की आवश्यकता है।
विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रखंड कल्याण पदाधिकारी श्रवणी कुमारी ने बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बहुत ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है बल्कि चिंतन और मनन करने की आवश्यकता है। आमतौर पर प्रतियोगी छात्र पूरी रात जग-जग कर मेहनत करते हैं जो सही नहीं है।
प्रेरण सत्र की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य डॉ राम अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाएं कठिन हैं लेकिन उसमें आप के लिए एक सीट रिक्त है जिसके लिए आपको मेहनत करने की जरूरत है। कहा कि जीवन यापन और प्रतियोगी परीक्षा दोनों के लिए समयानुसार कार्य करने की आवश्यकता है।
प्रो प्रभात ने कहा कि एसएससी भी अपने पैटर्न में लगातार बदलाव कर रही है। उसी आधार पर हमको मेहनत करने की आवश्यकता है। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए प्रो उपेन्द्र कुमार ने कहा कि प्रतियोगी छात्र-छात्राओं को बेहतर अवसर मिला है। इसके लिए आपको सतत अभ्यास करने की जरूरत है। साथ ही आपको अपने पाठ्यक्रम से लगातार जुड़ने की आवश्यकता है। स्वागत भाषण करते हुए निदेशक डॉ शशिकांत पांडेय ने कहा कि जीवन में कभी आपको घबराने की जरूरत नहीं है बल्कि सही दिशा में मेहनत करें। यह केंद्र आपके उज्जवल भविष्य के लिए सतत प्रयास करता रहेगा। इस अवसर पर रसायन विज्ञान विभाग अध्यक्ष प्रो भूपेंद्र नारायण, प्रो राजाजीत, प्रो अभिषेक कुन्दन, प्रो प्रेम विजय, प्रो अमिय कृष्ण, डॉ कुमारी रंजना, डॉ प्रशांत, प्रो प्रभात, प्रो मुरारी कुमार, सबिता कुमारी, अजीत भारती सहित अन्य उपस्थित थे। इस अवसर पर अतिथियों को अंगवस्त्र और पौधा भेंटकर सम्मानित किया गया।
बेगूसराय से धर्मवीर कुमार