समस्तीपुर: पूसा विवि में पूर्व छात्रों और वर्तमान छात्रों का संगम, कुलपति बोले- 52वें से 14वें रैंक पर पहुंचा विश्वविद्यालय

DNB Bharat Desk

डॉ राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा में स्थापना दिवस के अवसर पर दो दिवसीय प्रथम पूर्ववर्ती छात्र मिलन समारोह और स्नातकोत्तर छात्र संगोष्ठी का आयोजन किया गया। समारोह में विश्वविद्यालय के सौ से अधिक पूर्ववर्ती छात्र अपने परिवार के साथ सम्मिलित हुए। समारोह में बोलते हुए कुलपति डॉ पी एस पांडेय ने कहा कि विश्वविद्यालय में पहली बार पूर्व छात्रों के लिए मिलन समारोह आयोजित किया गया है इसके साथ ही पीजी स्टूडेंट कान्क्लेव भी आयोजित किया जा रहा है ताकि वर्तमान और पूर्व छात्रों एक दूसरे के साथ घुल मिल सकें।

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समस्तीपुर: पूसा विवि में पूर्व छात्रों और वर्तमान छात्रों का संगम, कुलपति बोले- 52वें से 14वें रैंक पर पहुंचा विश्वविद्यालय 2

उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन का आयोजन विशेष रूप से भारत के पहले राष्ट्रपति डा राजेन्द्र प्रसाद के जन्म दिवस पर किया जा रहा है क्योंकि यह विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस भी है और इसी दिन कृषि शिक्षा दिवस भी है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रों ने देश और विदेश में प्रतिष्ठा अर्जित की है । वे चाहते है कि वर्तमान छात्र उनसे प्रेरणा लें और इस बात को महसूस करें कि उनका भविष्य उज्जवल है। उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी और कहा कि डिजिटल एग्रीकल्चर एवं नेचुरल फार्मिंग के क्षेत्र में विश्वविद्यालय के कार्यों की सराहना हो रही है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय तीन वर्षों में बावनवे रैंक से चौदहवें रैंक पर पहुंच गया है। लाइब्रेरी पूरी तरह डिजिटल और। आटोमेटेड हो गई है और अब  छात्र कहीं से भी लाइब्रेरी की सभी सुविधाओं का लाभ ले सकते हैं।

समस्तीपुर: पूसा विवि में पूर्व छात्रों और वर्तमान छात्रों का संगम, कुलपति बोले- 52वें से 14वें रैंक पर पहुंचा विश्वविद्यालय 3उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अपने छात्रों को लर्न, अर्न एवं रिटर्न के लिए प्रेरित करता है आज विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र विश्वविद्यालय में रिटर्न के लिए आये हैं जो गौरव का विषय है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के छात्र देश के विभिन्न राज्यों और विभिन्न देशों में कार्य कर रहे हैं इसलिए पूर्ववर्ती छात्र संघ का विभिन्न राज्यों में और विदेशों में भी जल्द ही चैप्टर बनाया जायेगा। कुलपति डॉ पांडेय ने पूसा के इतिहास के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी और कहा कि यह क्षेत्र कृषि शिक्षा का तीर्थ स्थल है ‌ विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र और पूर्व कुलपति डॉ गोपाल जी त्रिवेदी ने कहा कि इतने साल बीत गए लेकिन किसी ने पूर्ववर्ती छात्रों के बारे में ध्यान नहीं दिया था। उन्होंने कुलपति डॉ पांडेय को इस आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने इस अवसर पर विश्वविद्यालय को तीन लाख रुपए दान देने की भी घोषणा की।

समस्तीपुर: पूसा विवि में पूर्व छात्रों और वर्तमान छात्रों का संगम, कुलपति बोले- 52वें से 14वें रैंक पर पहुंचा विश्वविद्यालय 4सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के सीइओ एवं महानिदेशक श्री कल्याण कुमार ने कहा कि जब उन्होंने इस विश्वविद्यालय में नामांकन लिया था तो वे भी अपने भविष्य को लेकर सशंकित थे, क्योंकि वे एक गांव के साधारण किसान परिवार से आये थे। लेकिन यहां के गुरुजनों ने उन्हें जिस तरह ढाला कि वे आज एक प्रतिष्ठित बैंक के प्रमुख हैं। झारखंड में जटाशंकर चौधरी ने बताया कि कैसे उन्होंने सफलता प्राप्त की। उन्होंने कहा कि यहां आकर लग रहा है कि वे अपने पुराने घर में आ गए हैं। कैमूर जिला के वर्तमान जिलाधिकारी और विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र श्री सुनील कुमार ने अपनी पढ़ाई के दौरान की कहानियों का जिक्र किया और बताया कि कैसे वर्तमान में भी वे इस विश्वविद्यालय से प्राप्त शिक्षा का उपयोग कैमूर जिले के विकास के लिए कर रहे हैं।

समस्तीपुर: पूसा विवि में पूर्व छात्रों और वर्तमान छात्रों का संगम, कुलपति बोले- 52वें से 14वें रैंक पर पहुंचा विश्वविद्यालय 5उन्होंने कहा कि बेहतर विकास के लिए उन्हें राष्ट्रपति से हाल ही में सम्मान भी प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि मै आज जो कुछ भी हूं इस विश्वविद्यालय और शिक्षकों के आशीर्वाद से हूं। विश्वविद्यालय में सभी पूर्ववर्ती छात्रों को और उनके परिजनों को अंगवस्त्र और मेडल देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर पूर्ववर्ती छात्रों के सम्मान में एलुमनाई पुस्तक ता भी विमोचन किया गया। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ पीएल गौतम ने सबसे अंत में अपना संबोधन दिया और कहा कि छात्रों को पूर्ववर्ती छात्रों से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पीजी स्टूडेंट कान्क्लेव का आयोजन एक अच्छा प्रयास है। इससे छात्रों के शोध को एक उच्च स्तरीय स्टेज मिलेगा। उन्होंने शोध की चर्चा करते हुए कहा कि शोध में पब्लिकेशन को लेकर की तरह की समस्या आ गई है। ऐसे में पब्लिकेशन को लेकर अनिवार्य बनाने पर फिर से विचार करने की आवश्यकता है ताकि सिर्फ प्रोमोशन के लिए लोग शोध न करें बल्कि अपने जुनून और नवोन्मेषी अन्वेषण के लिए शोध करें।

समस्तीपुर: पूसा विवि में पूर्व छात्रों और वर्तमान छात्रों का संगम, कुलपति बोले- 52वें से 14वें रैंक पर पहुंचा विश्वविद्यालय 6उन्होंने कहा कि कुलपति डॉ पांडेय ने पिछले तीन वर्षों में शिक्षा अनुसंधान और प्रसार के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है। विश्वविद्यालय के दीक्षारंभ कार्यक्रम को पूरे देश में लागू कर दिया गया है जोकि अपने आप में एक मिसाल है। कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन डा अंजनी कुमारी सिंह ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन उपकुलसचिव डॉ सतीश कुमार ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत वंदे मातरम् से हुई और समापन राष्ट्र गान से हुआ। कार्यक्रम के दौरान डीन पीजीसीेेे ए डॉ मयंक राय, निदेशक शिक्षा डा उमाकांत बेहरा, स्कूल आफ़ एग्री-बिजनेस एंड रूरल मैनेजमेंट के निदेशक डॉ रामदत्त, लाइब्रेरियन डॉ राकेश मणि शर्मा, डॉ कुमार राज्यवर्धन समेत विभिन्न शिक्षक वैज्ञानिक पदाधिकारी, छात्र तथा पूर्ववर्ती छात्रों एवं उनके परिजन उपस्थित रहे ‌ ।

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