कैमूर: मंत्री संतोष सिंह ने कहा ममता बनर्जी को भी संविधान के बारे में जानकारी लेनी पड़ेगी और यह देश संविधान से चलता है किसी के लाठी से किसी के तानाशाही से नहीं

DNB Bharat Desk

- Sponsored Ads-

बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह ने कहा कि जब गीदड़ की मौत आती है तो शहर की ओर भागता है अब ममता बनर्जी का भी संविधान के बारे में जानकारी लेनी पड़ेगी और यह देश संविधान से चलता है किसी के लाठी से किसी के तानाशाही से नहीं चलता है,असंवैधानिक काम करने वाला कोई व्यक्ति हो चाहे ममता बनर्जी हो या कोई हो आने वाला समय उसका नहीं है

कटिहार सांसद तारिक अनवर का बाढ़ पीड़ितों से मिलने का वीडियो सामने आया है जिसमें कीचड़ से बचने के लिए ग्रामीण के पीठ पर सवार होकर जा रहे हैंबिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह ने कहा कि इन लोगों का तो कल्चर और संस्कृति रहा है,कोई भैंस के आगे चढ़ता था कोई भैंस का सिंघ पकड़ कर चढ़ता था,कोई पीछे से चढ़ता था,कोई बैल पर चढ़ता था तो यह आदमी पर चढ़ गए तो कौन सा बड़ी बात किए,यही तो संस्कृति है भाई राजद की महागठबंधन की हम लोग तो चिल्ला चिल्ला कर कह रहे हैं कि बिहार के लोग सावधान हो जाइए यह वही सियार है सिर्फ रंग बदल दिया है

बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह ने कहा कि भगवान ना करें कि तेजस्वी जैसा कोई शिक्षित नेता हो,अभी वह आठवां पास है नौंवा फेल,और बिहार की शिक्षा व्यवस्था,मेरे यहां जो नियोजन मेला लगा था यही पटना में उनके घर के बगल में यही बिहार का लड़का 24 लाख के पैकेज पर जापान गया है अब यह बिहार है अब चरवाहा विद्यालय वाला बिहार नहीं अब वह बिहार का कॉन्सेप्ट नहीं है स्किल यूनिवर्सिटी वाला बिहार है भाई कहां हो।

बिहार सरकार के श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह ने कहा कि महिला सशक्तिकरण में मुख्यमंत्री जी ने ऐतिहासिक कदम उठाया है,आंगनबाड़ी सेविका सहायिका का आज 7000 से 9000 किया इससे पूर्व में भी ऐसे कई जीविका दीदी हो गई रात्रि पहरी हो गए कई ऐसे हमारे जो महिलाएं जो समाज को उत्थान के लिए बिहार के विकास के लिए काम करती हैं जो समाज में अंतिम पंक्ति में रहे बिहार के लोगों की सेवा करती है चाहे ANM हो GNM हो सबका मानदेय बढ़ाकर माननीय मुख्यमंत्री जी ने अपने प्रतिबद्धता को दोहराया है, बिहार महिला सशक्तिकरण में पूरे भारत में नंबर वन हो किसी कड़ी में आज आंगनबाड़ी सेविका कर्मचारियों का भी वेतन बढ़ा दिया।

Share This Article