मां-बहन को गाली देने की प्रवृत्ति भारतीय समाज के लिए गलत है,और इस भवन का नामकरण इसका प्रतीकात्मक जवाब है – प्रो.राकेश सिन्हा
डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय में भाजपा के पूर्व राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने बेगूसराय के सूजा महादलित टोला में जन सहयोग से निर्मित तीन मंजिला सामुदायिक भवन और कामा माई मंदिर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां, स्वर्गीय हीराबेन को समर्पित किया है। उन्होंने यह कदम बिहार में पीएम की मां को गाली दिए जाने के विरोध में उठाया। इसको लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला। इस दौरान पूर्व राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा के अनुसार, यह सिर्फ एक चिंता का नहीं, बल्कि चिंतन का विषय है। उन्होंने कहा कि मां-बहन को गाली देने की प्रवृत्ति भारतीय समाज के लिए गलत है।
और इस भवन का नामकरण इसका प्रतीकात्मक जवाब है। यह महादलित बस्ती में निर्मित भवन ‘सांसद आदर्श ग्राम योजना’ के तहत बनाया गया है। जिसमें 100 लोगों के बैठने की क्षमता, सामुदायिक शौचालय और लाइटिंग की व्यवस्था है। यह समर्पण पूरे देश के लिए एक प्रेरणादायक संदेश है, जो दिखाता है कि एक साधारण महिला का बेटा भी देश का प्रधानमंत्री बन सकता है। आपको बताते चले की सूजा गांव में पीएम नरेंद्र मोदी की मां हीरा बेन के नाम पर मंदिर बनाया जा रहा है। इस मंदिर में ‘कामा माई’ की मूर्ति स्थापित की जाएगी, जिसका नाम ‘हीरा बेन मंदिर’ के नाम से जाना जाएगा। वही मंदिर का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। जल्द ही विधिवत उद्घाटन किया जाएगा। हीरा बेन मंदिर के निर्माण की जिम्मेदारी बेगूसराय सदर प्रखंड के सूजा गांव के लोगों ने ली है।
गांव के लोगों ने ही चंदा इकट्ठा किया और गांव में बने दो मंजिला सामुदायिक भवन के ऊपर हीरा बेन मंदिर का निर्माण करा दिया। दरअसल, सूजा गांव में मुसहर समाज के लोगों की संख्या ज्यादा है। मुसहर समाज के लोग मां ‘कामा माई’ की पूजा करते हैं। इस दौरान गांव के लोगों का कहना है कि’गांव में मां ‘कामा माई’ का कोई मंदिर नहीं है। मंदिर के लिए जमीन भी नहीं मिल रही थी। इसलिए गांव में ही बने दो मंजिला सामुदायिक भवन के ऊपर ‘कामा माई’ का मंदिर बनाने के निर्णय लिया गया। दौरान लोगों ने बताया है कि बिहार के दरभंगा में ही अगस्त के आखिरी सप्ताह में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की रैली में पीएम मोदी की मां के लिए अपशब्द कहे गए थे। बिहार की पूरे देश में बदनामी हुई थी। इसे लेकर लोगों ने बिहार बंद भी किया था। चूंकि हम लोग भी बिहार के रहने वाले हैं, इसलिए हम लोगों ने इस मामले में प्रायश्चित करने के लिए गांव में बने ‘कामा माई’ के मंदिर का नाम पीएम मोदी की मां हीरा बेन के नाम पर रखने का फैसला किया। सामुदायिक भवन के ऊपर मां कामा देवी का मंदिर बनाया गया है।
माता के लिए मंदिर बहुत जरूरी था। गांव को गोद लेने वाले सांसद को जब हम लोगों ने ये बात बताई तो उन्होंने सामुदायिक भवन के ऊपर ही कामा देवी की मंदिर बनाने की बात कही। ‘पिछले हफ्ते दरभंगा में जो कुछ हुआ, उससे हम लोग अपमानित महसूस कर रहे थे। एक महीने के बाद मंदिर का उद्घाटन कराना है। इसी बीच पूर्व सांसद राकेश सिन्हा ने मंदिर का नाम पीएम मोदी की मां हीराबेन के नाम पर रखने का सुझाव दिया, जिसे हम लोगों ने तत्काल मान लिया। अब मंदिर मां हीराबेन के नाम से जाना जाएगा। इससे देश में जीतने भी मां हैं, उन्हें इससे सम्मान मिला है।’मंदिर निर्माण से जुड़े डॉ संजय कुमार ने बताया, ‘मुसहर समाज के साथ-साथ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से की गई आर्थिक मदद से गांव में 2023 से सामुदायिक भवन का निर्माण शुरू किया गया था, जो 16 लाख रुपए की मदद से बनकर तैयार हो चुका है।
‘उन्होंने बताया, ‘सामुदायिक भवन के निर्माण के बाद छत पर ही कामा माई का मंदिर बनाया गया है, जिसके निर्माण में 24 लाख रुपए का खर्च आया है। सामुदायिक भवन में दो बड़े कमरे बनाए गए हैं। हर कमरे का साइज इतना बड़ा है कि इसमें एक साथ 200 लोग ठहर सकते हैं। ‘सामुदायिक भवन बनाने का मकसद है कि स्थानीय महादलित समुदाय के लोग अपनी बेटियों और बेटों की शादी यहां धूमधाम से करा सकें। इसके अलावा, किसी बड़े आयोजन में लोगों के ठहरने की भी व्यवस्था सामुदायिक भवन में की गई है।’कामा माई’ महादलित समुदाय की पूजनीय और शबरी माता की प्रतीक हैं।आपको बताते चले कि राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने अगस्त 2023 में सूजा गांव को आदर्श ग्राम योजना के तहत गोद लिया था।
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