जिप अध्यक्षा ने गैर राजनीतिक दल से होने का मिल रही है सजा, अधिकारियों पर लगाया मनमानी करने का आरोप
डीएनबी भारत डेस्क

नालंदा में मंगलवार को जिला परिषद अध्यक्ष तनुजा कुमारी प्रेस वार्ता के दौरान फफक-फफक कर रो पड़ीं। उन्होंने आरोप लगाया कि उनका वेतन और योजनाओं की राशि जानबूझकर रोक दी गई है। तनुजा ने कहा कि गैर राजनीतिक दल से होने के कारण उन्हें सौतेला व्यवहार झेलना पड़ रहा है।भावुक होकर उन्होंने कहा कि भुगतान नहीं होने से उन्हें अपने घर की जेवर तक गिरवी रखनी पड़ी।
उन्होंने अफसरशाही पर हावी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिला परिषद की योजनाओं का काम पूरी तरह ठप है, जबकि सत्ता पक्ष से जुड़े सदस्यों का वेतन और योजनाओं का भुगतान समय पर हो जाता है। विधायक प्रमुख मुखिया पंचायत समिति द्वारा किए द्वारा किए गए कार्यों का भुगतान 7 से 10 दिन के अंदर हो जाता है। लेकिन हम लोग योजनाओं की राशि में 6 महीने और योजनाओं को स्वीकृत होने में भी 6 महीने लगते हैं। आखिर ऐसा भेदभाव हमारे साथ क्यों हो रहा है।
नालंदा जिले में जिला परिषद का कार्य मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देशानुसार नहीं हो रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले से उठे इस मामले ने राजनीति को गरमा दिया है। वहीं उपविकास आयुक्त ने सफाई दी कि सिर्फ जांच के अधीन योजनाओं की राशि रोकी गई है और कई योजनाओं का भुगतान पहले ही किया जा चुका है।
डीएनबी भारत डेस्क