सिमरिया गंगा धाम से 351 कुंवारी कन्या ने कलश में जल भरकर पंडित शोभा कांत झा के मार्ग दर्शन में बाबा बसहा का जलाभिषेक किया।
डीएनबी भारत डेस्क

सावन के पवित्र माह भोले नाथ को अति प्रिय होने और उनके सपरिवार मन बचन श्रध्दा से यूक्त होकर मन इच्छित फल प्राप्ति के उद्देश्यों से विधिवत पूजा अर्चना करने का प्रावधान तो शास्त्र सम्मत है। लेकिन ऐसी मान्यता है कि वीरपुर पश्चिम पंचायत के बरैयपुरा गांव में अवस्थित भोले नाथ कि विशालकाय सावारी बसहा की महिमा किसी चमत्कार से कम नहीं है।
तभी तो लोग सावन माह के सोमवार को मिथला के पावन धरती सिमरिया गंगा धाम से जल भरकर भक्ति भाव से नाचते गाते यहां आते हैं और अपनी अपनी मनोकामना जल अर्पित करते हुए बसहा के कान में अपनी मनोकामना को भोलेनाथ से पूर्ण करवाने कि आग्रह किया करते हैं ।
इसी करी में चौथे सोमवारी के अवसर पर वीरपुर पश्चिम, वीरपुर पूर्वी,खरमौली,जिंन्दपुर,दुसहा,खखना मुरादपुर,रोषतामा, पकरी,टांरी आदि गांवों के 351 कुवांरी कन्याओं ने कलश में जल भर कर हजारों लोगों के साथ मुखिया त्रिपुरारी कुमार,उप मुखिया राजेश ठाकुर, पूर्व मुखिया चंदेश्वर प्रसाद सिंह , निंजा नंद झा ,शिव शंकर चौरसिया,मनीष कुमार सिंह,राजो राय के नेतृत्व में सिमरिया गंगा धाम से जल भरकर बाबा बसहा को पंडित शोभा कांत झा के मार्ग दर्शन में जलाभिषेक किया। पंडित शोभा कांत झा समेत दर्जनों लोगों ने बताया कि बरैयपुरा के बसहा की कलाकृति और चमत्कार तो बिहार में अद्वितीय है। इतिहास के छात्रों को कुछ सिखने का अवसर भी है ।
यहां दूर दूर से लोग आते भी हैं।कमी है तो राज नेताओं और पदाधिकारियों के इच्छाशक्ति की। वहीं चौथे सोमवारी के अवसर पर सिमरिया स्थित गंगा धाम से जल भरकर वीरपुर के रास्ते हरीगिरी धाम जाने वाले कांवरियों कि सुरक्षा को लेकर बीडीओ पंकज कुमार शक्तिधर पुलिस वल के साथ रात भर क्षेत्र ग़स्ती करते देखे गए। जबकि कांवरियों के मनोरंजन के लिए जगह जगह बाबा भोलेनाथ से संबंधित सांस्कृतिक कार्यक्रम, जागरण, शर्बत, निंबू पानी,चाय,फल जूस आदि की व्यवस्था ग्रामीण कार्यकर्ताओं के द्वारा भी किया गया था।
बेगूसराय वीरपुर संवाददाता गोपल्लव झा की रिपोर्ट