डीएनबी भारत डेस्क
समस्तीपुर/बिहार यूथ फेडरेशन के तत्वावधान में रविवार को मुसरीघरारी पटोरी रोड स्थित बजाज एजेंसी के परिसर में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया जिसका विधिवत उद्घाटन डॉक्टर स्वापिनल प्रियदर्शी एवं युवा समाजसेवी मोहम्मद नौशाद ने संयुक्त रूप से फीता काट कर किया।

इस अवसर पर उन्होंने बिहार यूथ फेडरेशन के इस पुनीत कार्य की सराहना करते हुए कहा कि यह संगठन निरंतर रक्तदान के क्षेत्र में कार्य कर रहा है जिसके इस संगठन से जुड़े सभी सदस्य बधाई के पात्र है।उन्होंने ने कहा कि लोग रक्तदान को लेकर फैली भ्रांतियों के कारण रक्तदान करने से कतराते हैं जबकि इससे कोई हानि नहीं होता बल्कि कई प्रकार के लाभ होते हैं। अत: हम सभी को रक्तदान के लिए आगे आना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जो शिक्षित लोग हैं वो इसके प्रति जागरूक और सजग हैं लेकिन जो शिक्षित नहीं हैं वो इससे कतराते हैं। ऐसे लोगों में जागरूकता पैदा करने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है। 18 से अधिक आयु के लोग जिनका वजन 50 किलोग्राम से अधिक है वह रक्तदान कर सकते हैं। नियमित अंतराल यानी तीन महीने बाद रक्तदान करते रहने से हमारे शरीर में आयरन की मात्रा संतुलित रहती है और रक्तदाता को हृदयाघात की संभावना नहीं रहती।
नियमित रक्तदान करने से कैंसर सहित अन्य बीमारियाें का खतरा भी कम हो जाता है। रक्तदान से सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि हमारे शरीर का वजन, ब्लड प्रेशर, हीमोग्लोबिन, मलेरिया, एचबीएसएजी, एचसीवी, वीडीआरएल आदि की जांचें हो जाती हैं।वही सामाजिक कार्यकर्ता मोहम्मद नौशाद ने कहा कि रक्तदान करने से शरीर में किसी तरह की कमजोरी नहीं आती है। जबकि इससे शरीर और स्वस्थ बनता है। डोनेट करने के बाद 24 घंटे में वापस शरीर में उतना ही ब्लड बन जाता है। बशर्ते आप खान-पान सही रखें।
ब्लड डोनेट करते समय आपके शरीर के पांच तरह की जांच भी होती हैै, वह भी बिल्कुल मुफ्त। इसके अलावा यह किसी की जिंदगी बचाने में महत्वपूर्ण है। हर स्वस्थ व्यक्ति को कम से कम 3 माह के अंतराल में एक बार रक्तदान जरूर करना चाहिए। इसी तरह यूथ फेडरेशन के अध्यक्ष मोहम्मद तमन्ना खान ने कहा कि आज का युवा पीढ़ी में रक्तदान को लेकर काफी भ्रांतियां हैं जिसे दूर करने का प्रयास यह
बेगूसराय समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट