बेगूसराय के तिलरथ से एक निजी विद्यालय की तस्वीर सामने आई है जिसमें आप देख सकते हैं कि किस तरह बच्चों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है
डीएनबी भारत डेस्क
आज हम आपको एक ऐसी तस्वीर दिखाने जा रहे हैं जो अपने आप में एक बड़ा सवाल खड़े कर रही है। सबसे बड़ा सवाल यहां यह उठता है कि निजी विद्यालयों के द्वारा एक बड़ी रकम छात्रों के अभिभावकों से ली जाती है लेकिन आलम यह है कि छात्रों को पहुंचाने वाले स्कूल वैन को छात्र खुद ही धक्का देकर स्कूल पहुंचा रहे हैं।अपने बच्चों के भविष्य के लिए लोग अपनी गाढी एवं मेहनत की कमाई बच्चों की शिक्षा के प्रति खर्च करते हैं ।

और इसके लिए लोगों के द्वारा अपनी हैसियत के हिसाब से निजी विद्यालयों में बच्चे का दाखिला करवाया जाता है तथा बच्चों के जान माल की सुरक्षा एवं बेहतर शिक्षा के लिए स्कूली बाहन के द्वारा बच्चों को आने-जाने की व्यवस्था की जाती है। लेकिन बेगूसराय के तिलरथ से एक निजी विद्यालय की तस्वीर सामने आई है जिसमें आप देख सकते हैं कि किस तरह बच्चों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है और अति व्यस्ततम एन एच 31 पर बच्चों से ही स्कूली वैन को धक्का दिलबाया जा रहा है।
ऐसे में कई सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर बच्चों की जान से खिलवाड़ क्यों किया जा रहा है। भीड़ भाड़ वाले सड़क पर यदि कोई हादसा होता है तो इसकी जिम्मेवारी कौन लेगा। जब अभिभावकों से पूरी रकम वसूली जाती है तो फिर बच्चों के आवागमन की व्यवस्था इतनी लचर क्यों । ऐसे कई सवाल है जो लोगों के द्वारा उठाए जा रहे हैं। हालांकि स्कूल वैन के चालक ने सफाई देते हुए कहा कि एकाएक गाड़ी के इंजन में कुछ खराबी आ गई थी और इसलिए बच्चों से मदद ली जा रही थी। लेकिन अगर गाड़ी खराब हुई तो उसके लिए दूसरी गाड़ी की व्यवस्था क्यों नहीं की गई।
डीएनबी भारत डेस्क