समिति राजनेताओं और प्रशाशन से पूछना चाहती है कि कार्रवाई में भेद भाव क्यों?
डीएनबी भारत डेस्क

उपभोक्ता संरक्षण समिति एवं भारतीय फ्रेंड्स क्लब के डॉ संजीव भारती के नेतृत्व में अस्थाई अतिक्रमण के बदले महादलित परिवार का स्थाई आशियाना उजाड़ने एवं पर्चाधारी को जलील कर घर उजाड़ने का दबाव बनाने का जिम्मेदार कार्यपालक पदाधिकारी तेघड़ा, नगर परिषद अमीन,अंचल अधिकारी एवं अन्य पदाधिकारी द्वारा कानून तोड़कर पद का दुरुपयोग करने के विरुद्ध न्यायालय जाने हेतु पीड़ित परिवार के साथ भिक्षाटन तेघड़ा बाजार में किया गया। वहीं इस संबंध में जानकारी देते हुए डा संजीव भारती ने बताया कि कैंची मोड़ पर बाईपास न बनने के समय भी इस स्थाई बसे लोगों को उजाड़ा नहीं गया।
इतने ही नहीं फूलों महतो को पर्चा भी दिया लेकिन कार्यपालक पदाधिकारी ने एक अवैध नोटिस कर गरीब को डराने हेतु लिखा कि दो दिनों के अंदर मकान खाली करने तथा उसी जगह पर शौचालय बनाने की बात कहा। समिति ने कार्यपालक तेघड़ा को वस्तु स्थिति स्पष्ट करते हुए भूमिहीन की व्यवस्था कर हटाने का आवेदन दिया । लेकिन ठेकेदार के पक्ष में आकर घर उजाड़ दिया गया ।कुछ बचे लोगों को बचाने हेतु एसडीओ तेघड़ा को समिति ने आवेदन दिया तब जाकर तत्काल रोका गया । कार्यपालक पदाधिकारी को नियमतः अतिक्रमण बाद चलना था जो नहीं चलाया गया । ऐसे पदाधिकारी के विरुद्ध सड़कों पर आंदोलन समिति करेगी । यहीं नगर कार्यालय के बगल में पर्चाधारी कौशल्या देवी को घर उजाड़ने का प्रयास इसलिए किया जा रहा है।
क्योंकि एक अतिपिछड़ा समाज से आती है। इसके खिलाफ डीएम न्यायालय में मुकदमा चल रहा है तथा न्यास बोर्ड में भी मुकदमा चल रहा है लेकिन कार्यपालक पदाधिकारी ने दादागिरी दिखा दी। इस भूखंड का खतियान नील कोठी की है, प्रशासन की मूर्खता देखने लायक है ,इन्हें समझना चाहिए जमीन मंदिर को कैसे आई ?आई तो बिकी कैसे ? लोगों ने केवाला लिया कैसे ?जिसमें न्यायालय में मुकदमा चल रहा है ,इतना ही नहीं अगर मंदिर की जमीन है तो अतिक्रमण बाद पूरी जमीन पर चलानी चाहिए। नगर परिषद कार्यालय भी इसमें बनी है उसे पर कार्रवाई क्यों नहीं ? पर्चाधारी कानून को ताक पर रखकर की जाने वाली कार्यवाही गलत है। दनियालपुर पोखर की जमीन कार्यपालक पदाधिकारी के सामने अतिक्रमित किया जा रहा है उसपर कोई कार्रवाई नहीं ।अगर पदाधिकारी संविधान और कानून तोड़ती है तो न्याय की रक्षा हेतु समिति कुछ भी कर सकती है ।
समिति ने कर संगग्राहक गोपाल कुमार के विरुद्ध भी संज्ञान लिया है जिसमें उनके द्वारा लोगों को परेशान करने तथा विरोध करने पर एससी एसटी एक्ट का मुकदमा करने की बात की जा रही है। इसके खिलाफ आवेदन संबंधित पदाधिकारी को दिए जाएंगे ।इतनी बड़ी कार्रवाई हुई जिसका श्रेय जनसुराज पार्टी के नेता एवं नगर परिषद तेघड़ा अध्यक्ष प्रतिनिधि को जाता है इन्होंने एहसास करा दिया कि अगर जनस्वराज की सत्ता आई तो दलित पिछड़ा चैन से नहीं रह पाएगा। वहीं महागठबंधन के विधायक का चुप्पी साध लेना कुटमैती का अहसास करा दिया । सत्ता पक्ष चुनाव का इंतजार कर रहा है। समिति इन तमाम बातों को लेकर माननीय उच्च न्यायालय में याचिका दायर करेगी इसके लिए तेघड़ा बाजार के लोगों ने भिक्षाटन में पचास हजार रुपए दिया ।
जिसका धन्यवाद। चुनाव के लिए बनाए जा रहे डर का माहौल का विरोध समिति करेगी। मदद कर लोगों ने जनादेश दिया कि ऐसे पदाधिकारी के ऊपर कारवाई की जाए। समिति राजनेताओं और प्रशाशन से पूछना चाहती है कि कार्रवाई में भेद भाव क्यों?सर्वदलीय बैठक क्यों नहीं? धरना प्रदर्शन क्यों नहीं?महादलित परिवार तथा भूमिहीन परिवार की उजड़ने से पहले व्यवस्था क्यों नहीं? इस आशय की जानकारी उपभोक्ता संरक्षण एवं भारती फ्रेंड्स क्लब के डा संजीव भारती ने दिया।
बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट